बीमारी की चपेट में आया पूरा गांव दहशत में ग्रामीण: देवरीपुरवा में उल्टी-दस्त का प्रकोप जारी, चार नये मरीज अस्पताल में कराये गए भर्ती
- देवरीपुरवा में उल्टी-दस्त का प्रकोप जारी
- चार नये मरीज अस्पताल में कराये गए भर्ती
- बीमारी की चपेट में आया पूरा गांव दहशत में ग्रामीण
डिजिटल डेस्क, टिकुरिहा नि.प्र.। पन्ना जिले के अजयगढ मुख्यालय से लगभग ४५ किलोमीटर उत्तर प्रदेश की सीमावर्ती ग्राम पंचायत के हरनामपुर के पहुंचविहीन मार्ग स्थित मजरा देवरीपुरवा में उल्टी-दस्त का प्रकोप जारी है। शनिवार ३१ अगस्त की रात्रि ११ बजे मृतिका कस्सीबाई के ६२ वर्षीय पुत्र मुन्नू तथा ३२ वर्षीय नाती सुरेश को अचानक उल्टी-दस्त शुरू हो गए। जिससे उपस्वास्थ्य केन्द्र मकरी के कर्मचारी द्वारा उनको दवाई दी गई किन्तु उसका कोई असर नहीं हुआ और धीरे-धीरे दोनों की हालत बिगड़ती चली गई लिहाजा ग्रामीणों द्वारा रात्रि ०१ बजे से ०४ बजे तक १०८ एम्बूलेंस व १०० डायल वाहन के अलावा संबंधित अधिकरियों को भी सूचना दी गई किन्तु कोई मदद के लिए नही पहुंचा अंतत: परेशान ग्रामीण दोनों मरीजों को टांगकर पैदल ही मुख्य मार्ग भखुरी तक ले गए तथा वहां से निजी वाहन से सुबह ०५ बजे अजयगढ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ले जाकर कर भर्ती कराया गया किन्तु वहां भी उनकी हालत बिगड़ती देख जिला चिकित्सालय चिकित्सकों द्वारा रेफर कर दिया गया। गांव में दोनों मरीजों के अलावा आज सुबह ०६ बजे से श्रीमती सुकुरिया पति राजाराम उम्र २८ वर्ष को उल्टी-दस्त शुरू हो गए। वहीं श्रीमती ललिता पति रमेश केवट उम्र ४५ वर्ष तेज बुखार के चलते बीमार पड गई। सूचना पाकर स्वास्थ्य विभाग की अजयगढ से आई टीम द्वारा दोपहर ०२ बजे दोनों मरीज अजयगढ अस्पताल ले जाकर भर्ती कराया गया। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में अत्याधिक गंदगी होने के चलते मच्छरों का भीषण प्रकोप है जिससे गांव के प्रत्येक घर में बुखार के मरीज पडे हुए है। जो आसपास के निजी अस्पतालों में इलाज करने के लिए मजबूर है।
स्वच्छ पानी की चार दिन बाद भी नहीं हुई व्यवस्था
गांव में उल्टी-दस्त की बीमारी की फैलने की वजह से दो हैण्डपम्पों से निकलने वाला दूषित पेयजल बताया जा रहा है। हैण्डपम्पों का पानी दूषित होने का कारण गांव की तलैया में समायी गंदगी वजह बताई जा रही है। गत दिवस पहुंचे क्षेत्रीय पूर्व मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह द्वारा अधिकारियों को २४ घंटे अंदर दो नए हैण्डपम्प लगाने के अलावा गंदगी से पटी हुई तलैया का साफ-सफाई के निर्देश दिए गए थे किन्तु आज दूसरे दिन भी स्वच्छ पेयजल व्यवस्था और तलैया की सफाई को लेकर जिम्मेदारों द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई है। पीने के पानी की व्यवस्था के लिए मजरा देवरीपुरवा से करीब दो किलोमीटर से अधिक दूर भखुरी गांव में पानी का टैंकर खडा करवाया गया है किन्तु बीमारी की चपेट में आए ग्रामीण इतनी अधिक दूर जाकर वहां से पानी लाकर व्यवस्था कर सकेगें ऐसी स्थिति में वह नहीं है और फैली की उल्टी-दस्त बीमारी के बीच गंदा पानी पीने के लिए मजबूर है।