पन्ना: झोलाछाप डॉक्टर के इलाज से आदिवासी महिला की मौत

  • पन्ना जिले के साथ-साथ आंचलिक क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग की उदासीनता
  • झोलाछाप डॉक्टर के इलाज से आदिवासी महिला की मौत

Bhaskar Hindi
Update: 2024-06-14 07:13 GMT

डिजिटल डेस्क, रैपुरा नि.प्र.। पन्ना जिले के साथ-साथ आंचलिक क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग की पन्ना जिले के साथ-साथ आंचलिक क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग की उदासीनताके चलते झोलाछाप डॉक्टरों से लोग लुटने को मजबूर हो रहे हैं साथ ही अपनी जान गंवा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला प्रकाश में आया है जिसमें रैपुरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में रात 10 बजे एक आदिवासी महिला को मृत अवस्था में लाया गया। महिला प्रकाशरानी पति सोबे आदिवासी उम्र 35 वर्ष निवासी लाखनचौरी की बघवार में रह रहे एक झोलाछाप डॉक्टर ने बुधवार सुबह घर जाकर बोतल लगाई एवं दोपहर में दो इंजेक्शन लगाए जिससे महिला की हालत बिगड़ी एवं शाम को उसकी मौत हो गई। महिला के बेटे सुरेंद्र आदिवासी के अनुसार चार दिन पहले उसकी मां ने शरीर में दर्द की शिकायत के साथ बघवार में रहने वाले झोलाछाप डॉक्टर को दिखाया था। उसने बुधवार को घर आकर बॉटल लगाने के लिए बोला था।

यह भी पढ़े -शल्य चिकित्सक ने स्तन ट्यूमर का किया सफल ऑपरेशन, दो वर्ष से परेशान परिजन युवती का कई जगह करा चुके थे उपचार

बुधवार 12 जून 2024 को सुबह 9 बजे झोलाछाप डॉक्टर ने महिला को दो बॉटल लगाई थी। इसके बाद महिला को सिर में दर्द की शिकायत हुई तो बेटे ने उस डॉक्टर को फोन लगाया एवं स्थिति बताई। इसके बाद डॉक्टर दोबारा घर आया और दो इंजेक्शन महिला को लगाकर चला गया। इंजेक्शन लगाने के कुछ समय बाद महिला की हालत अधिक बिगड़ गई। जिसके बाद परिजनों ने 108 एम्बुलेंस को काल किया और एम्बूलेंस से रास्ते में बघवार में उस झोलाछाप डॉक्टर के क्लीनिक के पास रुके महिला के बेहोश होने की बात कहकर डॉक्टर स्थिति बिगडते देखे धीरे से वहां से निकल लिया। इसके बाद एम्बुलेंस महिला को लेकर 10 बजे प्राथमिक स्वास्थ्य रैपुरा पहुंची जहां डॉ. एम.एल. चौधरी ने महिला का परीक्षण किया और बताया कि महिला की मौत लगभग पांच घंटे पहले हो चुकी थी। शव को पोस्टमार्टम के लिए रात में शव विच्छेदन गृह में रखवा दिया गया। परिजनों ने घटना की सूचना मौखिक रूप से पुलिस को दी है। रैपुरा कस्बे एवं आसपास क्षेत्र में झोलाछाप डॉक्टरों की भरमार हो गई है। आए दिन चाय के टपरे की तरह झोलाछाप डॉक्टर दुकानें खोलते जा रहे हैं। इन झोलाछाप डॉक्टर का शिकार गरीब एवं क्षेत्र में रहने वाले आदिवासी होते हैं। जिन्हें कम पैसे में इलाज का लालच देकर अपनी दुकान चलाते हैं।

यह भी पढ़े -कोतवाली पुलिस ने पन्ना नगर में दो स्थानो में पकडे सात जुआरी, २ हजार ५०५ रूपए नगदी एवं ताश के पत्ते पुलिस ने किए जप्त

इनका कहना है

मामले की जांच कर कार्यवाही की जायेगी।

श्रुति अग्रवाल, एसडीएम शाहनगर 

Tags:    

Similar News