गांव से शहर बनता गुनौर: पहली नगर परिषद ने ही कराए एक अरब से अधिक के विकास कार्य, दो साल में मिला 2160 लोगों को पीएम आवास का लाभ
- गांव से शहर बनता गुनौर, पूरी तरह बदली तस्वीर
- पहली नगर परिषद ने ही कराए एक अरब से अधिक के विकास कार्य
- दो साल में 2160 लोगों को पीएम आवास के तहत मिली पक्की छत
डिजिटल डेस्क, पन्ना। कभी धूल उडाती सडकों और अव्यवस्था बस स्टैण्ड के रूप में पहचाने जाने वाले गुनौर को अब एक व्यवस्थित नगर की पहचान मिल चुकी है। कहने को गुनौर में विकासखण्ड मुख्यालय और तहसील मुख्यालय हुआ करता था लेकिन गुनौर कस्बे की व्यवस्थाओं का संचालन ग्राम पंचायत गुनौर के पास था। यही कारण था कि सब कुछ होने के बाद भी गुनौर बदहाल नजर आता था। स्थानीय लोगों के अथक संघर्ष के बाद अंतत: प्रदेश सरकार ने वर्ष 2019 में गुनौर को नगर परिषद का दर्जा दिया। ग्राम पंचायत से नगर पंचायत का सफर तय करने के लिए यहां के लोगों को बेहतर लीडर की तलाश थी। नगर परिषद के प्रथम चुनाव में यहां लोगों ने अर्चना मलखान सिंह को प्रथम अध्यक्ष के रूप में चुना। अर्चना मलखान सिंह ने 13 अगस्त 2022 को शपथ लेकर अपने कार्यकाल की शुरूआत की। इस दौरान उन्हें भाजपा प्रदेशाध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा एवं क्षेत्रीय विधायक राजेश वर्मा का पूरा सहयोग मिला। जिसके बल पर गुनौर में उन्होंने विकास की नई इबारत लिख दी। नगर परिषद में ०1 अरब से अधिक के कार्य कराए गए। जिसमें सर्वाधिक राशि कच्चे मकानों में रहने वाले गरीबों पर खर्च की गई।
नगर परिषद अध्यक्ष श्रीमती अर्चना मलखान सिंह ने नगर के 2160 ऐसे परिवारों को चिंहित किया जिन्हें छत की सर्वाधिक आवश्यकता थी। इन लोगों को त्वरित पीएम आवास योजना से जोडकर 54 करोड रूपये खर्च कर 2160 आवास स्वीकृत कराए। नगर में पेयजल सबसे बडी समस्या थी इसके लिए 27.65 करोड की लागत से विकास योजना बनाई गई। इस योजना का कार्य लगातार जारी है और गुनौर के लोगों को पानी की पर्याप्त आपूर्ति हो रही है। नगर के विकास को लेकर प्रतिबद्ध नगर परिषद अध्यक्ष अर्चना मलखान सिंह ने मीडिया से चर्चा में बताया कि उनकी प्राथमिकता नगर का विकास है। इसके लिए उन्हें सांसद एवं विधायक का पूरा सहयोग मिला है। दोनों की मदद से आज व गुनौर के लोगों की अपेक्षानुसार कार्य कर पा रहीं हैं। उन्होंने बताया कि गुनौर में अधोसंरचना विकास के साथ हितग्राहीमूलक योजनाओं का संचालन बेहरत ढंग से किया गया। नगर के हर पात्र हितग्राही को बिना किसी भेदभाव के शासन की योजनाओं का लाभ दिया गया है। विगत दो वर्षों में ही नगर में 3965 हितग्राहियों को लाभ दिया गया है। गुनौर को गांव से शहर बनाने में नगर परिषद अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
सांसद-विधायक का मिला सहयोग
गांव से शहर बनते हुए गुनौर को हर क्षेत्र में विकास की आवश्यकता थी। ऐसे में विकास कार्यों के लिए पैसों की जरूरत को सांसद विष्णुदत्त शर्मा और विधायक राजेश वर्मा ने पूरा किया। गुनौर नगर परिषद को विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिए 1 अरब रूपये उपलब्ध कराए। इसके अलावा नगर के विकास के लिए विभिन्न विभागों लोक निर्माण विभाग, पीआईयू, शिक्षा विभाग, पुलिस हाउर्सिंग जल संसाधन विभाग, पीएचई सहित कई विभागों से विकास कार्य स्वीकृत कराए। इन्हीं जनप्रतिनिधियों के प्रयास से आज गुनौर में सीएम राइज स्कूल, बायपास सडक, छात्रावास सहित ढेरों विकास कार्य हो रहे हैं। विधानसभा चुनाव के दौरान गुनौर पहुंचे तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुनौर में नर्मदा का पानी लाने की घोषणा भी की थी। इस दिशा में भी कार्य किया जा रहा है। जनप्रतिनिधियों के इस सहयोग के बल पर ही गुनौर में दो वर्ष में ही विकास नजर आने लगा है।