सुधार कार्य: स्कूटी में बसेरा दिनभर मजदूरी करता है रामदीन कोरी, गांव से पन्ना पहुंचकर काफी समय से बारिश के समय टपकती छतों का करता है सुधार कार्य
- स्कूटी में बसेरा दिनभर मजदूरी करता है रामदीन कोरी
- गांव से पन्ना पहुंचकर काफी समय से बारिश के समय टपकती छतों का करता है सुधार कार्य
डिजिटल डेस्क, पन्ना। अपने जीवकोपार्जन के लिए बगैर छत के भी रहकर दिनभर मजदूरी का काम करने के बाद अपने चलने के लिए रखी गई छोटी सी स्कूटी पर रात को सो जाता है और सुबह से उठकर फिर अपने काम में जुट जाता है हम बात कर रहे हैं अमानगंज के समीपी ग्राम टौराह के 40 वर्षीय रामदीन कोरी की जो काफी समय से पन्ना शहर में बारिश के समय जिन लोगों के घरों की छतें टपकती हैं उनको सुधार करने का काम करता है। रामदीन कोरी जिनके पास एक पुरानी टूटी-फूटी स्कूटी है उसी में ऊपर से पानी के बचाव के लिए एक मोटी रेक्जिन की पन्नी लगाए हुए हैं और रात को इस गाड़ी में मच्छरदानी लगाकर सो जाता है वह कहता है की खाट तो चार फीट की होती है लेकिन हमारी गाड़ी तो 5 फीट की है इसलिए उसमें हम आराम से तकिया लगाकर सो जाते हैं रामदीन की पूरी गृहस्थी भी इसी स्कूटी के अंदर है।
छोटा गैस का सिलेंडर खाना बनाने के बर्तन और खाना तैयार करने के बाद उसको खाने के बाद अपनी गृहस्थी का सामान पुन: स्कूटी में रख देता है काफी दिनों से मजदूर रामदीन एसपी बंगला जो सिविल लाइन स्थित है उसके सामने लगे एक बरगद के पेड़ के नीचे रोजाना शाम को पहुंचकर वहीं विश्राम करता है। कहते हैं कि जब जज्बा काम करने का हो तो ऐसा कोई भी संकट उसमें अवरोध पैदा नहीं कर सकते और यही कारण है की रामदीन कोरी पूरी तरह से प्रसन्नता की मुद्रा में हमेशा रहता है। मजदूर के इस तरह बारिश और धूप में खुले आसमान में रहना निश्चित तौर पर एक चिंता का विषय है और उसके लिए जहां शासन-प्रशासन को कुछ सोचना चाहिए तो वहीं समाजसेवियों को भी आगे आकर गरीब की परिस्थितियों को देखते हुए उसके मदद के लिए हांथ आगे बढाना चाहिए। आर्थिक रूप से कमजोर रामदीन मजदूरी करके अपने परिवार का पालन पोषण कर रहा है। उसके बारे में शासन की विभिन्न प्रकार की चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाएं उसके पास पहुंच रही है कि नहीं इस पर भी जांच होनी चाहिए।