Panna News: दुबई से संचालित अंतरराष्ट्रीय ठग गिरोह से जुडे पांच जालसाज गिरफ्तार

  • दुबई से संचालित अंतरराष्ट्रीय ठग गिरोह से जुडे पांच जालसाज गिरफ्तार
  • टेलीग्राम एप के माध्यम से कम निवेश मेें ज्यादा मुनाफा देने का लालच देकर करते थे फ्रॉड

Bhaskar Hindi
Update: 2024-09-23 12:54 GMT

Panna News: टेलीग्राम एप के माध्यम से लोगों से कम निवेश में ज्यादा मुनाफा का लालच देकर ठगी करने वाले पांच आरोपियों को पन्ना पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार किए गए जालसाजों में तीन आरोपी मध्य प्रदेश के तथा दो आरोपी क्रमश: उत्तर प्रदेश व छत्तीसगढ़ के निवासी है गिरफ्तार किए गए आरोपियों नीलेश जाटव उम्र २४ वर्ष एवं रोहित गौर पिता बलराम गौर उम्र २४ वर्ष निवासी होशंगाबाद मध्य प्रदेश, बंटी उर्फ सुनील मेहरा पिता हरी किशोर मेहरा उम्र ३० वर्ष निवासी बैतूल मध्य प्रदेश, ऋतुराज जैसवाल पिता अशोक जैसवाल उम्र २९ वर्ष निवासी मिर्जापुर उत्तर प्रदेश, हिमांशू सोनी पिजा सुर्नेश सोनी उम्र २१ वर्ष निवासी रायपुर छत्तीसगढ़ के कब्जे से पुलिस द्वारा १ लाख ३९ हजार रूपए नगदी रकम तथा ६ नग मोबाइल बरामद किए गए । पुलिस का कहना है अलग-अलग राज्यो में पहुंचकर पुलिस द्वारा आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है। गिरफ्तार किए गए आरोपी दुबई से संचालित अंतरराष्ट्रीय ठग गिरोह के सक्रिय सदस्य है।

यह भी पढ़े -ई-गवर्नेंस एवं सूचना प्रौद्योगिकी में दक्षता संवर्धन के लिए ई-दक्ष केन्द्र में मिलेगा प्रशिक्षण

टेलीग्राम से कॉल कर लास्ट मिनिट एप डाउनलोड करवाकर लाखों की धोखाधड़ी

पन्ना जिले के पवई कस्बा स्थित संदीपनी मैरिज गार्डन के पास निवासरत मोहम्मद फईम रजा पिता यूनुस अली उम्र ३५ वर्ष मूल निवासी मेहरौनी थाना मेहरौनी जिला ललितपुर उत्तर प्रदेश द्वारा थाना पवई में दिनांक १५ जुलाई २०२४ को रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि वह प्राइवेट टाइल्स कम्पनी में सेल्समैन का काम करता है। दिनांक ०७ जुलाई को दोपहर लगभग १:५० बजे उसके मोबाइल पर टेलीग्राम से ऑडियो कॉल आया जिसमें एक महिला ने बातचीत करते हुए लास्ट में मिनिट एप डाउनलोड करने के लिए कहा तथा होटल की बुकिंग करके ३ से ५ हजार रूपए प्रतिदिन कमा सकने की बात कही जिस पर मेरे द्वारा एप डाउनलोड कर लिया गया और इसके बाद मांगे जाने पर मैंने अपनी जन्म तिथि बता दी इसके बाद कॉलर द्वारा मोबाइल पर आईडी पासवर्ड के रूप में मोबाइल नंबर के पीछे के चार अंक ३८८८ पासवर्ड बनाया और डेमो कर किस तरह से एप पर काम करना है इसकी जानकारी दी गई जो कि जिससे एप की वॉलेट में ८०० रूपए प्राप्त हुए फिर उसने मुझसे कहा कि आपको जो बोनस प्राप्त हुआ है उसे अपने खाते में ट्रान्सफर कर लो जिसके लिए खाता एप से जोडऩा पडेगा। जिस पर मेरे द्वारा एप में अपने एसबीआई खाते को एड कर लिया जिससे खाते में ८०० रूपए प्राप्त हुए। अगले दिन ०८ जुलाई को लगभग १० बजे मोबाइल पर टेलीग्राम से ऑडियो कॉल आया जिसमें महिला ने कहा कि ०८ हजार रूपए में अपना स्लाट बुक करके अपना काम कर सकते हो तो १०-१२ हजार का बोनस मिलेगा। उसने टेलीग्राम का एकाउंट नंबर बताया जिस पर उसने ८ हजार रूपए का ट्राजेक्सन कर टेलीग्राम पर स्क्रीन शॉट लेकर मैसेज किया तो फिर उसके बताया अनुसार स्लाट बुक किया एवं उसके अनुसार होटल बुंकिग का काम किया तो ११८३१ रूपए वॉलेट में आए जिसे मैने अपने खाते में ट्रांसफर कर लिए। इसके बाद दिनांक ०९ जुलाई को इसी तरह से १२९९० रूपए के एक अन्य खाते में ट्रांसफर करवाकर एप से स्लाट बुक कराकर तथा बदले में ३७७१५ रूपए वॉलेट में आए। अगले दिन १० जुलाई को १०००० हजार रूपए का इसी तरह से स्लाट बुक करवाकर १०२९८ रूपए वॉलेट में वापिस किए गए।

यह भी पढ़े -ई-गवर्नेंस एवं सूचना प्रौद्योगिकी में दक्षता संवर्धन के लिए ई-दक्ष केन्द्र में मिलेगा प्रशिक्षण

लगातार चार दिन हो रहे मुनाफा से उसे एप पर पूरा भरोसा हो गया था फिर अगले दिन ११ जुलाई उसी महिला का टेलीग्राम के माध्यम से फोन आया और कम्पनी की सालगिरह होने की बात बताते हुए १ लाख रूपए जमा करने पर २ लाख ३२ हजार रूपए मिलने की जानकारी दी गई। कॉलर के कहे और बताये गए खाते पर उसने नेट बैंकिंग के माध्यम से दो बार ५०-५० हजार रूपए ट्रांसफर किए और टेलीग्राम पर स्क्रीन शॉट भेजा। इसके बाद उसने कहा कि १ लाख ८० हजार ४२० रूपए और डिपोजिट करने पर पांच गुना रूपए मिलेगा जिस पर मेरे द्वारा उसके द्वारा बताये गए बैंक खाते में १ लाख रूपए डाले गए और फिर अपने दोस्त अमित पटेल के खाते से ५० हजार रूपए और बाकी ३० हजार ४२० रूपए अपने दोस्त अभिषेक के खाते से डलवाये गए और रूपए का स्क्रीन शॉट लेकर टेलीग्राम पर भेजा गया इसके बाद उसने फिर कहा कि ०२ लाख ९५ हजार ६६ रूपए और जमा करोगे तो १० लाख ७७ हजार ६४० रूपए कम्पनी की तरफ से दिए जायेगें। जो कि व्यवस्था नहीं होने से मेरे द्वारा जमा नहीं किये और मैने कहा कि जो रूपए जमा किए है उसे पहले वापिस कर दो फिर रूपए भेज दूंगा। तो उस महिला कॉलर ने कहा कि पहले कम्पनी को रूपए भेजने होगे तभी एकाउंट में रूपए वापिस किए जायेगें। संदेह होने पर मैने टेलीग्राम धारक महिला के कहे अनुसार रूपए नहीं डाले। इस तरह से उसके साथ कुल २ लाख ८० हजार ४२० रूपए की धोखाधडी हुई है। फरियादी की रिपोर्ट पर पुलिस ने अज्ञात के विरूद्ध बीएनएस एक्ट की धारा ३०४(४) के तहत मामला कायम कर विवेचना में लिया गया।

यह भी पढ़े -यातायात पुलिस ने सरस्वती विद्यालय बराछ में छात्र-छात्राओं को बताए यातायात नियम

पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही

घटना को लेकर पुलिस अधीक्षक सांई कृष्णा एस थोटा द्वारा थाना प्रभारी पवई निरीक्षक त्रिवेन्द्र त्रिवेदी के नेतृत्व में इस घटना के खुलासे और आरोपियों का पता लगाने के लिए टीम गठित की गई। सायबर सेल टीम को इसकी जांच के संबंध में निर्देश दिए गए टीम द्वारा अज्ञात व्यक्तियों के सभी बैंक खातों वर्चुअल व्हाटएप नम्बरों एवं टेलीग्राम आईडी की जानकारी हेतु लगातार प्रयास किये गये। मामले में पुलिस टीम द्वारा बैंक खातों का उपयोग करने वाले 05 आरोपियों को देश के अलग-अलग राज्यों से पुलिस अभिरक्षा में लिया जाकर घटना के संबंध में पूँछताछ किये जाने पर उक्त व्यक्तियों द्वारा फरियादी के साथ घटना कारित किया जाना स्वीकार किया गया। मामले में पुलिस टीम द्वारा आरोपियों के कब्जे से नगदी करीब ०1 लाख 39 हजार रूपये एवं 06 मोबाइल कीमती करीब ०1 लाख 20 रूपये कुल मशरूका कीमती करीब ०2 लाख 59 हजार रूपये जप्त किया जाकर आरोपियों को गिरफ्तार करके न्यायालय के आदेशानुसार जिला जेल पन्ना भेजा गया। उक्त आरोपियों से पूँछताछ पर देश के विभिन्न राज्यों में हुई कई ठगी की वारदातों के खुलासा होने की संभावना है।

कार्यवाही में इनका रहा योगदान

संपूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी पवई निरीक्षक त्रिवेन्द्र त्रिवेदी, प्रभारी सायबर सेल उनिरीक्षक अनिल सिंह राजपूत सहायक उपनिरीक्षक रंजीत कुजूर, प्रधान आरक्षक गनेश सिंह, लखन लाल प्यासी, आरक्षक राहुल अहिरवार, प्रेमनारायण प्रजापति, सुशील कोल, महेश चौहान एवं पुलिस सायबर सेल टीम पन्ना से प्रधान आरक्षक राहुल सिंह बघेल, आशीष अवस्थी,आरक्षक धर्मेन्द्र सिंह राजावत, राहुल पाण्डेय एवं नितिन नवराज सिंह का सराहनीय योगदान रहा।  

Tags:    

Similar News