Panna News: भारतीय ज्ञान परंपरा प्रकोष्ठ द्वारा महाविद्यालय में विषय विशेषज्ञ व्याख्यान का हुआ आयोजन

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  • महाविद्यालय में विषय विशेषज्ञ व्याख्यान का हुआ आयोजन

Bhaskar Hindi
Update: 2024-09-29 09:48 GMT

Panna News: भारतीय ज्ञान परंपरा प्रकोष्ठ द्वारा छत्रशाल शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्राचार्य एवं संरक्षक डॉ. एस.पी.एस. परमार के संरक्षण एवं निर्देशन महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ. जे.के. वर्मा के नेतृत्व, भारतीय ज्ञान परंपरा प्रकोष्ठ के नोडल अधिकारी डॉ. सचिन गोयल के संयोजन में विषय विशेषज्ञ व्याख्यान का आयोजन प्राणीशास्त्र विभाग द्वारा महाविद्यालय के विज्ञान भवन में आयोजित किया गया। जिसका विषय भारतीय ज्ञान परंपरा का जीवन विज्ञान पर प्रभाव था। व्याखान माला का शुभारंभ प्राणीशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. आर.एम. दत्ता एवं डॉ. मनोरमा गुप्ता विभागाध्यक्ष रसायनशास्त्र द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलित करके किया गया। विषय प्रस्तावना रखते हुए भारतीय ज्ञान परंपरा प्रकोष्ठ के नोडल अधिकारी डॉ. सचिन गोयल ने विद्यार्थियों को इस अवसर पर संबोधित करते हुए कहा कि प्राचीन काल की शिक्षा प्रणाली ज्ञान, परंपराएं और प्रथाएं मानवता को प्रोत्साहित करती हैं। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डॉ. मनोरमा गुप्ता विभाग अध्यक्ष रसायन शास्त्र ने विद्यार्थियों को समझाया कि नवीन ज्ञान के साथ-साथ प्राचीन ज्ञान हमारे लिए कितना उपयोगी है इसका हमें ज्ञान होना चाहिए।

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साथ ही साथ हमारे पूर्वज ज्ञान के मामले में कितने पूर्ण थे इसका भी हमें भान होना चाहिए। विषय विशेषज्ञ के रूप में डॉ. आर.एम. दत्ता विभागाध्यक्ष प्राणीशास्त्र ने विद्यार्थियों को समझाया कि हमें नवीन ज्ञान के साथ-साथ हमारे ऋषि मुनियों द्वारा बनाए गए पुराने ज्ञान को भी प्राप्त करना है अर्थात हमें जड़ों की ओर लौटने का प्रयास करना है। प्राणिशास्त्र विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. सत्यप्रकाश बेरइया ने भी जीवन विज्ञान अंतर्गत पुराने समय में बरगद, पीपल, नीम जैसे वृक्षों को धर्म से जोड़ते हुए अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया। भौतिक शास्त्र विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. नंदकुमार पटेल ने भी भारतीय ज्ञान परंपरा को विज्ञान से जोड़ते हुए उसका महत्व विद्यार्थियों को समझाया। कार्यक्रम की इसी कड़ी में डॉ. मनोज कुमार सहायक प्राध्यापक वनस्पति शास्त्र एवं डॉ. आनंद कुमार चौरसिया सहायक प्राध्यापक वनस्पति शास्त्र ने भी विद्यार्थियों को वनस्पति शास्त्र एवं भारतीय ज्ञान परंपरा में संबंध स्थापित करते हुए प्रेरित किया। कार्यक्रम का सफल संचालन प्राणीशास्त्र विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. ऋषभदेव साकेत द्वारा किया गया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से डॉ. श्वेता ताम्रकार सहायक प्राध्यापक रसायन शास्त्र, डॉ. बी.एन. जायसवाल सहायक प्राध्यापक वाणिज्य, डॉ. बृजेश दोहरे सहायक प्राध्यापक रसायन शास्त्र, डॉ. पुष्कर सिंह सहायक प्राध्यापक गणित, डॉ. मयंक सिंह सहायक प्राध्यापक वनस्पति शास्त्र, डॉ. निशांत खरे भौतिक शास्त्र, डॉ. अरविंद निषाद भौतिक शास्त्र भारतीय ज्ञान परंपरा प्रकोष्ठ सदस्य, महाविद्यालय का समस्त स्टॉफ एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।  

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