राष्ट्रीय शिक्षा नीति से देश बनेगा सुपर पॉवर, केन्द्रीय विद्यालय पन्ना में आयोजित हुई पत्रकारवार्ता

Bhaskar Hindi
Update: 2023-07-28 06:18 GMT

डिजिटल डेस्क, पन्ना। केन्द्रीय विद्यालय पन्ना में दिनांक 27 जुलाई को पत्रकार वार्ता आयोजित की गई। केन्द्रीय विद्यालय क्रमांक-1 सतना के प्राचार्य सुधांशु सेठ पत्रकार वार्ता में नोडल अधिकारी के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम के आरंभ में विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य विद्याचरण चौरसिया ने सभी मीडिया प्रतिनिधियों का स्वागत किया और पत्रकार वार्ता की संक्षिप्त रूपरेखा प्रस्तुत की। शिक्षिका श्रीमती प्रियंका ने पॉवर प्वॉइंट के माध्यम से विद्यालय में संचालित राष्ट्रीय शिक्षा नीति से संबंधित प्रावधानों की जानकारी दी। नोडल अधिकारी सुधांशु सेठ ने बताया कि केन्द्रीय विद्यालय पन्ना में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के निर्देशों के अनुरूप विभिन्न कदम प्रभावी रूप से उठाए गए हैं। विद्यालय में कक्षा पहली में प्रवेश लेने वाले नए विद्यार्थियों के लिए विद्या प्रवेश उत्सव कार्यक्रम आयोजित किया जाता है।

जिसमें बच्चों को विभिन्न खेलकूद तथा सांस्कृतिक कार्यक्रमों द्वारा मनोरंजन के साथ शिक्षा की ओर प्रेरित किया जाता है। विद्यालय निपुण भारत मिशन के अंतर्गत कक्षा तीन तक के बच्चों के लिए बुनियादी पढने-लिखने तथा अंक गणित हल करने के लक्ष्य को विभिन्न शिक्षण गतिविधियों के द्वारा संपादित कर रहा है। इसके अंतर्गत एफएलएन फाउंडेशनल लिट्रेसी एंड न्यूमेरेसी मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मक ज्ञान कार्यक्रम चलाया जा रहा है। जिसमें प्रत्येक कक्षा में बच्चों के लिए भाषा और गणित सीखने के लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं। इन लक्ष्यों को हासिल करने के लिए खिलौना आधारित शिक्षण क्लब गतिविधियाँ समग्र मूल्यांकन प्रणाली और करके सीखो आदि के माध्यम से बच्चों को शिक्षण दिया जाता है। इसके सफलता पूर्वक क्रियान्वयन के लिए नियमित अंतराल पर शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाता है। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस आधुनिक समय की आवश्यकता बनता जा रहा है। जब भारत नॉलेज पॉवर बनने की दिशा में अग्रसर है तो एआई उसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

इसीलिए केन्द्रीय विद्यालय पन्ना में आई एक अतिरिक्त विषय के रूप में पढया जा रहा है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति में बच्चों के ज्ञान को व्यवहारिक जीवन से जोडने और कौशल विकास पर विशेष बल दिया गया है । इस दिशा में विद्यालय निरंतर प्रयास कर रहा है। बच्चों को अनुभव करके सीखने प्रयोगशाला में सीखने और सीखे गए विषय को दैनिक जीवन में लागू करने पर बल दिया जा रहा है। बच्चों के कौशल विकास के लिए विद्यालय में कार्यानुभव शिक्षक क्रीडा शिक्षक, कला शिक्षक, संगीत शिक्षक, नृत्य, कम्प्यूटर और योग के अनुदेशक नियुक्त हैं। जो अपनी नियमित कक्षाओं में बच्चों की रुचियों और क्षमताओं के अनुसार उनके कौशल विकास में अपना योगदान देते हैं। पत्रकार वार्ता में महर्षि विद्या मंदिर के प्राचार्य प्रमोद कुमार दीक्षित ने भी राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रावधानों पर पत्रकारों के प्रश्नों के उत्तर दिए। कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन शिक्षक जितेन्द्र प्रताप सिंह ने किया।  

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