पन्ना: बच्चों को किताबें खुलवाकर मास्टर साहब ले रहे थे नींद, शासकीय प्राथमिक शाला कुर्मीटोला बिलखुरा का नजारा
- बच्चों को किताबें खुलवाकर मास्टर साहब ले रहे थे नींद
- शासकीय प्राथमिक शाला कुर्मीटोला बिलखुरा का नजारा
डिजिटल डेस्क, पन्ना। ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से धवस्त है। जिन शिक्षक-शिक्षिकाओं को वहां पर बच्चों को शिक्षित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है वह या तो नियिमित रूप से करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है वह या तो नियमित रूप से स्कूल नहीं जाते यदि जाते हैं तो वहां पर औपचारिकता कर वापिस लौट आते हैं ऐसे में बच्चों का भविष्य अंधकारमय हो रहा है। आज बुधवार ७ फरवरी को पन्ना-पहाडीखेरा मार्ग के ग्राम बिलखुरा में शासकीय प्राथमिक शाला कुर्मीटोला में जाकर देखा तो आठ बच्चे अपनी-अपनी किताबें खोले बैठे थे और मास्टर साहब शिक्षक बाबूलाल प्रजापति गहरी नींद में थे न तो उनको गाडी रूकने की आवाज आई न ही बच्चों के सर-सर पुकारने की। जब उनके पास पहुंचकर आवाज दी तो वह सकपका उठे।
शासकीय प्राथमिक पाठशाला में १८ बच्चे दर्ज है और आठ बच्चे ही उपस्थित थे। सहायक शिक्षक बाबूलाल प्रजापति ने बतलाया कि यहां पर श्रीमती तारा पाण्डेय प्रधानाध्यापक के पद पर पदस्थ हैं जो २ फरवरी से मेडिकल अवकाश पर हैं। वहीं दूसरी प्राथमिक शिक्षक साधना अवस्थी हैं जो रक्सेहा स्कूल में मीटिंग में गईं हैं। जिसके चलते मुझे व्यवस्था के नाते यहां पर ड्यूटी लगाई गई है। मैं शासकीय माध्यमिक शाला बिलखुरा में पदस्थ हूं।
प्राथमिक शाला की बिल्डिंग हुई जर्जर
प्राथमिक शाला कुर्मीटोला की बिल्डिंग पूरी तरह से जर्जर है। उसकी हालत बाहर व अंदर से खराब हो गई है। बडी-बडी दरारें आ गईं हैं। अंदर का फर्श तीनों कमरों के टूट गए हैं। इस भवन के अंदर बच्चों को बैठाकर पढाना खतरे से खाली नहीं हैं। इस भवन की र्दुदशा को देखते हुए उसको तत्काल दुरूस्त करवाये जाने की आवश्यकता है लेकिन प्राय: देखने में आ रहा है कि सर्व शिक्षा अभियान के तहत कराये गए गुणवत्ताहीन निर्माण कार्यों की जांच नहीं करवाई गई है।
चारों तरफ फैली गंदगी
स्कूल के सामने हैण्डपम्प लगा हुआ है उससे निकलने वाला पानी भरा हुआ है। उसी के बगल में बैठकर बच्चे पढ रह हैं। ऐसे में फैली गंदगी से संक्रामक बीमारी फैलने का डर है।
इनका कहना है
मैंने नोट कर लिया है कारण बताओ नोटिस जारी किया जाकर जबाव मांगा जायेगा। भविष्य के लिए चेतावनी दी जायेगी, यदि ऐसा आगे पाया जायेगा तो नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी। शिक्षक जो भी अपने दायित्वों का सही तरीके से निर्वहन करें।
अजय गुप्ता
परियोजना समन्वयक, जिला शिक्षा केन्द्र पन्ना