सिंचाई परियोजना: पन्ना जिले में 1.60 लाख हेक्टयर क्षेत्र में लिफ्ट सिंचाई परियोजना स्वीकृत

  • पन्ना जिले में 1.60 लाख हेक्टयर क्षेत्र में लिफ्ट सिंचाई परियोजना स्वीकृत
  • 1150 करोड रुपये की राशि शीघ्र जारी करने का आश्वासन

Bhaskar Hindi
Update: 2024-09-02 07:55 GMT

डिजिटल डेस्क, पन्ना। बुंदेलखंड क्षेत्र में पानी की कमी से जूझ रहे लोगों के लिए केन-बेतवा परियोजना बेहद महत्वकांक्षी योजना साबित हो सकती है। यह परियोजना अपने तरह की पहली परियोजना है जिसमें एक नदी को दूसरी नदी से लिंक किया जा रहा है। इस परियोजना को लेकर पन्ना जिले में व्यापक विरोध भी देखने को मिला था क्योंकि परियोजना के चलते पन्ना टाइगर रिजर्व प्रभावित हो रहा था और जिले को परियोजना से कोई खास लाभ भी नहीं था। पन्ना टाइगर रिजर्व का करीब 25 प्रतिशत हिस्सा इस डेम से प्रभावित हो रहा है और करीब 21 लाख पेडों को इसे देखते हुए स्थानीय सांसद विष्णुदत्त शर्मा के प्रयासों से अब लिंक परियोजना का फायदा पन्ना को भी मिलता दिख रहा है। बताया जाता है कि लिंक परियोजना को लेकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने विगत दिनों केंद्रीय जलशक्ति मंत्री सीआर पाटिल से मुलाकात की। बैठक में केंद्रीय जलशक्ति मंत्री ने राज्य को दौधन बांध एवं लिंक नहर के भू-अर्जन एवं पुर्नविस्थापन के लिए केंद्र से प्राप्त होने वाली शेष 1150 करोड रुपये की राशि शीघ्र जारी करने का आश्वासन दिया।

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मुख्यमंत्री ने अनुरोध किया कि स्वीकृत केन-बेतवा लिंक परियोजना के अंतर्गत वर्तमान में प्रावधानित दमोह-पन्ना उद्वहन सिंचाई योजना से 90100 हेक्टेयर सिंचाई के स्थान पर लगभग 250000 हेक्टेयर की मध्यप्रदेश की पतने एवं ब्यरमा सिंचाई परियोजना को शामिल किया जाना चाहिए। इस पर सहमति भी बनीं जिससे पन्ना के लोगों को भी इस परियोजना का लाभ मिलेगा। पन्ना जिले में परियोजन के तहत अब हडा में पतने नदीं पर डेम बनेगा जिसके माध्यम से जिले के पवई, गुनौर, अमानगंज एवं सिमरिया क्षेत्र में सिंचाई की सुविधाओं का विकास किया जायेगा। पन्ना जिले को सीधे तौर पर 160000 हेक्टयर क्षेत्र में सिंचाई की सुविधा मिलेगी। जिससे क्षेत्र के किसानों को बडा फायदा होगा। अभी तक इस परियोजना से सीधे तौर पर पन्ना को फायदा होता नहीं दिख रहा था। केन का पानी छतरपुर के रास्ते बेतवा में नहर के माध्यम से जा रहा था लेकिन परियोजना के पार्ट में अब पन्ना-दमोह क्षेत्र को जोडे जाने से पन्ना जिले के लोगोंं में भी इस परियोजना को लेकर उत्साह देखने को मिल रहा है।

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45 हजार करोड की है परियोजना

केन-बेतवा लिंक परियोजना के अंतर्गत दौधन बांध भी बनाया जाएगा। यह बांध करीब 4 हजार करोड रुपये की लागत से बनाया जाएगा और यह इलाके का सबसे बडा बांध होगा। इसका टेंडर भी हो चुका है इस परियोजना पर लगभग 44 हजार 605 करोड रुपये खर्च होंगे। इस परियोजना से मध्यप्रदेश के पन्ना, टीकमगढ, छतरपुर, सागर, दमोह, दतिया, विदिशा, शिवपुरी और रायसेन को मिलाकर ०9 जिले इस परियोजना में शामिल हैं। वहीं उत्तर प्रदेश के बांदा, महोबा, झांसी और ललितपुर जिले भी बुंदेलखंड इलाके में शामिल हैं। इस परियोजना में छतरपुर जिले के ०8 गांव विस्थापित किए जाएंगे। हर विस्थापित परिवार को पीएम आवास योजना के तहत न्यूनतम 50 वर्गमीटर का नवनिर्मित मकान और प्रतिमाह तीन हजार रुपये जीवन निर्वहन भत्ता दिए जाने की योजना है। इस परियोजना के सफल क्रियान्वयन से न केवल बुंदेलखंड क्षेत्र में जल संकट का समाधान होगा बल्कि कृषि और अन्य क्षेत्रों में भी विकास की नई राहें खुलेंगी।

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इनका कहना है

मुख्यमंत्री एवं केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री की बैठक के उपरांत पन्ना जिले में अब केन-बेतवा लिंक परियोजना के तहत सिंचाई का क्षेत्र बढाया गया है। पन्ना-दमोह में पहले प्रोजेक्ट के तहत 90100 हेक्टयर सिंचाई रकवा था जिसको अब बढाकर 25०000 हेक्टयर कर दिया गया है। पन्ना जिले में 160000 हेक्टयर पर सिंचाई की सुविधा मिलेगी। हम हडा में पतने नदी पर डेम बनाकर जिले के गुनौर, अमानगंज एवं सिमरिया क्षेत्र में सिंचाई की सुविधा उपलब्ध करायेंगे।

उमा गुप्ता, कार्यपालन यंत्री केन-बेतवा लिंक परियोजना पन्ना 

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