एम्बुलेंस सेवा की लापरवाही: जननी एक्सप्रेस फर्जी इवेंट पर पहुंची दमोह जिले, दो नवजात बच्चों की हुई मौत

  • जननी एक्सप्रेस फर्जी इवेंट पर पहुंची दमोह जिले
  • दो नवजात बच्चों की हुई मौत

Bhaskar Hindi
Update: 2024-07-31 07:38 GMT

डिजिटल डेस्क, रैपुरा नि.प्र.। रैपुरा के ग्राम बिलपुरा में हुई दो नवजात बच्चों की मौत के मामले में एक नया खुलासा सामने आया है। इस संबध में स्थानीय संवाददाता द्वारा जब एम्बूलेंस हेल्प सेंटर में पता करने का प्रयास किया गया तो हमें पता चला कि रैपुरा क्षेत्र के लिए संबधित जननी एक्सपे्रेस २९ जुलाई २०२४ सोमवार को काल इवेंट जिसकी आईडी ३१११७ थी दमोह जिले के बटियागढ सीएचसी एक केस लेकर बरेठ गांव में गई थी। दमोह जिले के बटियागढ सीएचसी रैपुरा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र से लगभग ९० किलोमीटर दूर है फिर भी रैपुरा की जननी एक्सप्रेस के पायलटों के बारे में जानकारी निकालनी चाही तो पता चला कि दोनों दिन व रात में काम करने वाले चालक बटियागढ के आसपास के ही रहने वाले हैं। विश्वस्त सूत्रों से जानकारी लगी कि चालक ५ से १० दिनों से स्वयं की बनाई शिफ्ट में काम करते हैं और सोमवार को जब यह नवजात शिशुुओं की मौत की घटना हुई उस दिन दोनों एम्बूलेंस इंटरचेंज होने का दिन था इसीलिए फर्जी काल पर अपने घर के पास बटियागढ गए थे।

यह भी पढ़े -निरंजन जडिया बने अंतर्राष्ट्रीय हिन्दू रक्षा मंच के जिला अध्यक्ष

मंगलवार की सुबह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉ. अरविंद परिहार अपने स्वास्थ्य अमले के साथ बिलपुरा गांव पहुंचे जहां उन्होंने मृत शिशुओं की मां के स्वास्थ्य का हाल जाना। डॉ. अरविंद के अनुसार उन्होंने महिला के परिजनों से महिला को स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कर इलाज करवाने का आग्रह भी किया जिस पर परिजनों ने बाद में पहुंचने के लिए कहा है। स्वास्थ्य महकमे ने महिला को प्राथमिक उपचार वहीं ग्राम बिलपुरा में ही किया। हमने महिला के परिजनों से बात कि तो उन्होंने बताया कि कल तीन काल हमने १०८ एम्बूलेंस के लिए थे जिनमें दो कॉल्स पर उन्होंने हमें आधा घंटा इंतजार करने की बात कही फिर तीसरे कॉल पर उन्होंने हमें कहा कि एम्बुलेंस नहीं आ पाएगी। आप अपने किसी प्राइवेट वाहन से लेकर चले जाएं। सुबह परिजनों ने दोनों नवजात शिशुओं का अंतिम संस्कार कर दिया था। मां का रो-रोकर बुरा हाल था।

यह भी पढ़े -मुख्यमंत्री ने रक्षाबंधन पर दी लाडली बहनों को 450 रुपए में गैस सिलेंडर की एक और सौगात

यह था मामला

रैपुरा तहसील अंतर्गत आने वाले आदिवासी बाहुल्य इलाके बिलपुरा में जहां एक गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों ने एम्बुलेंस को काल किया परंतु जननी एक्सप्रेस नहीं पहुंच सकी और पैसा होते ही दो जुड़वा बच्चों की मौत हो गई। ग्राम बिलपुरा निवासी उदयपाल सेन द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया कि आज दिनांक 29 जुलाई को शाम ०6:30 बजे 108 एम्बूलेंस के लिए फोन लगाया और बताया कि मेरी भाभी जिनका नाम प्रभा देवी पति राम सजीवन सेन उम्र 29 वर्ष है जिन्हें डिलीवरी हेतु 108 सेवा पर फोन लगाया गया परंतु घंटों बीत जाने के बाद भी एंबुलेंस ग्राम बिलपुरा नहीं पहुंच पाई। जिसके कारण दो बच्चों का गर्भपात होने के बाद उनकी मृत्यु हो गई वहीं उदयपाल सेन द्वारा बताया गया कि घर की आर्थिक स्थिति अच्छी न होने के कारण मेरे बड़े भाई रामसजीवन सेन जो पैसा कमाने के लिए बाहर काम करने के लिए गए हुए हैं।

यह भी पढ़े -मुनि श्री विनिश्चल सागर एवं विनियोग ससंघ बृजपुर में करेगें चार्तुमास, वर्षायोग कलश स्थापना कार्यक्रम का उत्साह पूर्वक हुआ आयोजन

इनका कहना है

हमने स्वास्थ्य अमले को सुबह बिलपुरा भेज दिया था महिला को प्राथमिक उपचार दिया गया है। एम्बुलेंस सेवा हमारे पास नहीं है।

सर्वेश लोधी, बीएमओ शाहनगर

यह एम्बुलेंस सेवा की घोर लापरवाही है। रैपुरा की जननी एम्बुलेंस 90 किलोमीटर दूर क्यों गई इस लापरवाही के लिए कार्यवाही की जाएगी।

सुरेश कुमार, कलेक्टर पन्ना 

Tags:    

Similar News