पन्ना: कृषि महाविद्यालय में मनाया गया अंतराष्ट्रीय वन दिवस
- कृषि महाविद्यालय में मनाया गया अंतराष्ट्रीय वन दिवस
- वनों को महत्वपूर्ण धरोहर मानते हुये इसे संरक्षण एवं संवर्धन हेतु कार्यक्रम आयोजित किया
डिजिटल डेस्क, पन्ना। कृषि महाविद्यालय पन्ना में २१ मार्च को अन्तराष्ट्रीय वन दिवस के अवसर पर वनों को महत्वपूर्ण धरोहर मानते हुये इसे संरक्षण एवं संवर्धन हेतु कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम के दौरान वानिकी विभाग के डॉ. अनिल कुमार कोरी ने उपस्थित समस्त विद्यार्थियों को बताया कि वन पर्यावरण का अभिन्न हिस्सा हैं उनके बिना हम प्रदूषण को नियंत्रित नहीं कर सकते क्योंकि वह पृथ्वी के फेफड़ों की तरह कार्य करते है। साथ ही उन्होंने आगे बताया कि विश्व के जंगलों ने लगभग 662 अरब टन कार्बन भण्डारण किया हुआ है। वन प्राकृतिक वातानुकूलन का कार्य करते हुये वातावरण के तापमान को 2 से 8 डिग्री तक कम करते है। वर्तमान मे लगभग 5.76 अरब लोग अपने जीवन यापन करने के लिए वन पर निर्भर है। इसके साथ ही वन से प्राप्त सामग्री या वन उपज को एकत्रित करके बाजार में बेंचते है। पारिस्थितिकी संतुलन बनाये रखने के लिए वन का होना बहुत आवश्यक है।
डॉ. दीप्ती तिवारी ने भी वनों के संरक्षण के ऊपर अपने विचार व्यक्त किए। छात्रों ने भी इस कार्यक्रम को सफल बनाते हुए पोस्टर बनाए एवं अपने विचार प्रकअ किए। डॉ. विजय कुमार यादव अधिष्ठाता कृषि महाविद्यालय पन्ना द्वारा वनीकरण एवं वनों के संरक्षण एवं संवर्धन के महत्व को समझाने के साथ-साथ वन की वनस्पतियों एवं अन्य जीव जन्तुओं के लिए निर्मल और स्वस्थ्य पर्यावास प्रदान करना तथा स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढावा देने में वनों के महत्वपूर्ण योगदान के बारे में बताया। इस कार्यक्रम में समस्त विद्यार्थियों एवं अतिथि शिक्षक डॉ. दीपक पटले, डॉ. सिद्धार्थ नामदेव, डॉ.अनिल कुमार कोरी, डॉ. अविनाश शर्मा, डॉ. पंकज कुमार बागरी, डॉ. शिखा उपाध्याय, डॉ. दीप्ती तिवारी, शताब्दी दास एवं महाविद्यालय के कर्मचारी बालेन्द्र सिंह, अतुल पाण्डेय, तखत सिंह आदिवासी, दिव्या वाहने व विकास कुमार उपस्थित रहे।