मंकीपॉक्स से बचाव हेतु एडवाइजरी: मंकीपॉक्स से बचाव हेतु सीएमएचओ ने जारी की एडवाइजरी, इस तरह से रखें अपना ध्यान
- मंकीपॉक्स से बचाव हेतु सीएमएचओ ने जारी की एडवाइजरी
- इस तरह से रखें अपना ध्यान
डिजिटल डेस्क, पन्ना। हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा मंकीपॉक्स को वैश्विक स्तर पर गंभीर चिंता का विषय घोषित किए जाने के बाद इस रोग के लक्षणों एवं बचाव हेतु जनसामान्य को जागरूक करने एवं प्रसार को रोकने के लिए राज्य स्तर से लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्स शिक्षा विभाग द्वारा निर्देश जारी किए गए हैं। इसी परिप्रेक्ष्य में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी पन्ना डॉ. एस.के. त्रिपाठी द्वारा बताया गया कि मंकीपॉक्स् वायरस पशुओं से मुनष्य और मुनष्य से मनुष्य में भी फैल सकता है। उक्त वायरस कटी-फटी त्वचा, संक्रमित व्यक्ति के दूषित कपडों, शरीर के तरल पदार्थ एवं घाव से, ऑख नाक या मॅुह के माध्यम से शरीर में प्रवेश करता हैं। मंकीपॉक्स एक सीमित संक्रमण है जिसके लक्षण सामान्यत: दो-चार सप्ताह में समाप्त हो जाते है।
कुछ प्रकरणों में चिकित्सीय जटिलता हो सकती है। इसके सामान्य लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, त्वचा पर चकत्तें, मांसपेशियो में दर्द, सूजे हुए लिम्फस नोड, गले में खराश एवं खासी है। यदि कोई व्यक्ति पिछले 21 दिनों में किसी मंकीपॉक्स से ग्रस्त व्यक्ति के संपर्क मे आया हो और उसमें उक्त लक्षण दिखाई दे तो तुरंत चिकत्सींय संपर्क करें। मंकीपॉक्स से बचाव हेतु संक्रमित व्यक्ति को आइसोलेट करें। उसके द्वारा इस्तेमाल किए गए चादर, कपडों को अलग रखे। संक्रमित व्यक्ति मास्क लगाकर रखे। हाथों की स्वच्छ ता बनाए रखने हेतु साबुन और पानी या सेनिटाइजर का उपयोग करें।