पन्ना: निर्माणाधीन सीएम राईज विद्यालय की तीसरी मंजिल से गिरा युवक, हुई मौत
- निर्माणाधीन सीएम राईज विद्यालय की तीसरी मंजिल से गिरा युवक, हुई मौत
- ग्लाइंडर मशीन से छज्जे में लगी छड़ को काटने के दौरान मशीन के तार के करण्ट के झटके से हुई दुर्घटना
डिजिटल डेस्क, पन्ना। पन्ना जिला मुख्यालय बाईपास मार्ग स्थित सीएम राईज विद्यालय के निर्माणाधीन भवन की तीसरी मंंजिल के छज्जे से गिरने के चलते २२ वर्र्र्षीय युवक की दुखद मौत हो जाने की घटना सामने आई है। हादसे का कारण मृतक तीसरी मंजिल की छत के छज्जे की छड़ को ग्लाइंडर मशीन से काटने के दौरान अचानक तार के करण्ट से लगे झटके की वजह बताया जा रहा है। पूरी घटना को लेकर जो जानकारी सामने आई है उसके अनुसार अजयगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले ग्राम हनुमतपुरा निवासी २२ वर्षीय मृतक मजदूर स्वतंत्र पटेल पिता बृजलाल पटेल रविवार को दोपहर अन्य मजदूरों के साथ अपना काम कर रहा था। पानी की पाइप लाइन डालने के कार्य में छज्जे में लगी छड़ से समस्या खड़ी हो रही थी। दोपहर एक से डेढ़ बजे की घटना बताई जा रही है।
मजदूर स्वतंत्र पटेल छज्जे में बैठकर वहां लगी छड़ को ग्लाइंडर मशीन से काट रहा था इसी दौरान उसे करण्ट का झटका लगा जिससे वह तीसरी मंजिले के छज्जे से नीचे गिर गया जैसे ही वहां काम कर रहे मजदूर के अन्य साथियों ने देखा तो वह आनन-फानन तीसरे की मंजिल से नीचे उतरकर पहुंचे और उन्होंने देखा कि मजदूर की सांसे चल रही है जिसके चलते आनन-फानन में मजदूर स्वतंत्र पटेल को जिला चिकित्सालय पन्ना उपचार हेतु लाया जा रहा था किन्तु अस्पताल पहुंचने से पहले ही मजदूर की रास्ते में मौत हो गई। जिला चिकित्सालय पन्ना में मजदूर युवक की जांच कर चिकित्सक द्वारा अधिकारिक रूप से मृत घोषित कर दिया गया। इस घटना की सूचना मृतक के पिता व परिजनो को पहुंची तो वे रोते-बिलखते जिला चिकित्सालय पहुंच गए। पुलिस द्वारा मृतक का पोस्टमार्टम करवाया गया तथा मृतक का शव परिजनों को अंतिम संस्कार के लिए सौंपा गया। बताया जा रहा है कि मृतक मजदूर अपने पिता का इकलौता पुत्र था जिस पूरा गरीब परिवार निर्भर था।
ठेकेदार पर मजदूरों की सुरक्षा को लेकर लगे लापरवाही के आरोप
मजदूर की दुखद मौत की घटना को लेकर मजदूरों तथा परिजनों में नाराजगी दिखाई दी। मीडिया कर्मियों को साथी मजदूरों ने बताया कि निर्माण कार्य ठेकेदार अमित जैन द्वारा करवाया जा रहा है और यहां कार्य करवाने की जिम्मेदारी इंर्चाज के रूप में देेवेन्द्र शुक्ला देख रहा है। काम करने वाले मजदूरों के लिए सुरक्षा केे कोई उपकरण उपलब्ध नहीं कराये गए हैं। हादसे की स्थिति में बचाव हेतु जाली भी नहीं लगाई गई है वर्तमान समय में जब बारिश हो रही है ऐसे में विद्युत तारों से करण्ट के फैलने की संभावना अधिक हो जाती है इसके बावजूद जोखिम भरा कार्य मजदूर से करवाया जा रहा था जो कि हादसे की वजह बना। बहरहाल पुलिस द्वारा पूरे मामले में मर्ग कायम कर विवेचना में लिया गया है। देखना यह होगा की पुलिस की जांच कार्यवाही मृतक मजदूर के पीडित परिवार को कितनी राहत व न्याय दिला पाने कारक साबित होगी।