युवाओं को खूब भा रहा आर्टिस्टिक, रिद्मिक और फ्री फ्लो योग
युवाओं को खूब भा रहा आर्टिस्टिक, रिद्मिक और फ्री फ्लो योग
डिजिटल डेस्क, नागपुर। अनियमित दिनचर्या और बढ़ती स्वास्थ्य की समस्या को देखते हुए योग का प्रचलन तेजी से बढ़ रहा है। हर किसी को योग का अलग फॉर्म ही पसंद है। युवाओं को आर्टिस्टिक, रिद्मिक और फ्री फ्लो योग करना सबसे ज्यादा भाता है। इंटरनेशनल योग प्लेयर धनश्री लेकुरवाले ने बताया कि योग सीखना है, तो उसका बेस सीखना जरूरी है। समय के अनुसार योग के बहुत सारे नए फॉर्म्स आए हैं, जो युवाओं द्वारा खासे पसंद किए जाते हैं।
नए-नए फार्म्स हैं योग के
युवाओं को शांत या एक जगह बैठकर योग करना पसंद नहीं होता है, इसलिए युवाओं के लिए आर्टिस्टिक, रिद्मिक और फ्री फ्लो योगा फॅार्म तैयार किया है। इंटरनेशनल लेवल पर देखा है कि योग के नए-नए फॉर्म्स हैं, इसलिए सोचा कि भारत में भी ऐसे फॉर्म्स होने चाहिए। नागपुर शहर से मैंने इसकी शुरुआत की और अब मैं युवाओं को सिखा रही हूं। मैं चाहती हंू कि शहर से योग में इंटरनेशनल प्लेयर निकलना चाहिए। अगर पूरे महाराष्ट्र की बात की जाए, तो इंटरनेशनल लेवल पर फरफॉर्म करने वाली लगभग 10 गर्ल्स ही होंगी। युवा इंटरनेशनल लेवल पर जाएं, योग के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं।
इंटरनेशनल के लिए प्लेयर तैयार करने के प्रयास
धनश्री ने बताया कि आर्टिस्टिक फॉर्म हरियाणा और पंजाब के प्लेयर्स को देखकर सीखा है। विदर्भ में तो आर्टिस्टिक फॉर्म सीखाने वाला कोई नहीं है। इंटरनेशनल लेवल में आर्टिस्टिक, रिद्मिक और फ्री फ्लाे ही किया जाता है। जब मैं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने गई, तो मेरे पास पार्टनर नहीं था और जो पार्टनर मुझे दिया गया था, उसे भी वो फॉर्म नहीं आता था। फिर मैंने उसे फॉर्म सिखाया, इसलिए मैं चाहती हूं कि भविष्य में इस तरह की कोई समस्या न हो। मैं शहर से ही इंटरनेशनल के लिए प्लेयर तैयार कर रही हूं। धनश्री के नाम राज्य रत्न, महाराष्ट्र रत्न, नवरत्न, शिवांजलि क्रीड़ा, युवा नागभूषण के साथ ही इंटरनेशनल अवार्ड भी है। धनश्री का कहना है कि युवाओं के लिए योग में कैरियर बनाने के बहुत अवसर हैं। धनश्री डॉ. प्रेमा लेकुरवाले और डॉ. सुधीर लेकुरवाले की बेटी हैं।