पानी में योग से निखरती है त्वचा, जल योग से हष्ट-पुष्ट रहता है शरीर, त्वचा में रहती है चमक

पानी में योग से निखरती है त्वचा, जल योग से हष्ट-पुष्ट रहता है शरीर, त्वचा में रहती है चमक

Bhaskar Hindi
Update: 2019-06-21 07:16 GMT
पानी में योग से निखरती है त्वचा, जल योग से हष्ट-पुष्ट रहता है शरीर, त्वचा में रहती है चमक

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शरीर, मन और आत्मा को एक साथ लाने का नाम है योग। योग के माध्यम से शरीर, मन और मस्तिष्क को पूर्ण रूप से स्वस्थ किया जा सकता है। तीनों के स्वस्थ रहने का अर्थ है समग्र स्वस्थ परिवेश। योग के जरिए न सिर्फ बीमारियों का निदान किया जाता है, बल्कि इसे अपनाकर कई शारीरिक और मानसिक तकलीफों को भी दूर किया जा सकता है। प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाकर जीवन में नव-ऊर्जा का संचार करता है योग। भाग-दौड़ से भरी आज की रोजमर्रा की जिंदगी के लिए यह परम आवश्यक होता जा रहा। 

हष्ट-पुष्ट रहता है शरीर
योगाचार्य लाल सिंह यादव करीब 12 वर्ष से योग सिखा रहे हैं। स्विमिंग में एक्सपर्ट लाल सिंह यादव द्वारा वॉटर योगा की ट्रेनिंग भी दी जाती है। यादव ने बताया कि वे कई साल से पानी में योगाभ्यास कर रहे हैं। जो लोग तैरना नहीं जानते, वे ऐसे आसन पानी में कर सकते हैं। पानी नाक के नीचे रहे, यह ध्यान रहे। 90 डिग्री में खड़े होकर ऐसा हो सकता है। लाल सिंह यादव ने बताया कि योग भगाए रोग, यह बात बिल्कुल सही है। आज के समय में लोगों की दिनचर्या इतनी अनियमित है कि हर कोई किसी न किसी बीमारी से घिरा हुआ है। मैं स्विमिंग ट्रेनर भी हूं। इससे शरीर में लचीलापन आता है और पानी में रहने से शरीर के रोम कूप खुल जाते हैं, जिससे त्वचा में चमक आ जाती है और शरीर के सभी अवशिष्ट पदार्थ बाहर निकल जाते हैं। पानी में योग करने की न कोई उम्र है और न ही कोई साइड इफेक्ट। तैराकी और जल योग न सिर्फ शरीर को ह्रष्ट-पुष्ट करता है, बल्कि मन को भी तरोताजा रखता है। 

लाल सिंह ने बताया कि जब उन्होंने देखा कि युवा स्विमिंग करने आते हैं, तो उन्हें वॉटर योग के बारे में बताया, जिससे कई युवाओं को शुगर, घुटने में दर्द व सांस फूलने आदि परेशानियों से निजात मिली। वॉटर  योग से न सिर्फ अपना इलाज किया, बल्कि अब दूसरों को जागरूक कर उनका भी इसी विद्या से उपचार कर रहे हैं। पानी के अंदर रहते हुए कई तरह की मुद्राएं बदल कर बैठने लगे। इससे और तेजी से आराम होने लगा। वह पांच वर्ष से अधिकांश आसनों को पानी में करने के साथ ही अन्य लोगों को भी ऐसा करने का प्रशिक्षण दे रहे हैं। पानी में शवासन, कमलासन, विश्रामासन, पद्मासन जैसे योग की क्रियाओं का प्रदर्शन भी करते हैं।

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