यवतमाल-दारव्हा मार्ग बंद, मूसलाधार बारिश से फसल चौपट - गांवों और खेतों में घुसा पानी

भारी बारिश यवतमाल-दारव्हा मार्ग बंद, मूसलाधार बारिश से फसल चौपट - गांवों और खेतों में घुसा पानी

Bhaskar Hindi
Update: 2022-09-12 13:20 GMT
यवतमाल-दारव्हा मार्ग बंद, मूसलाधार बारिश से फसल चौपट - गांवों और खेतों में घुसा पानी

डिजिटल डेस्क, यवतमाल. जिले में सितंबर में भी बाढ़ का कहर देखने मिल रहा है। बीते चौबीस घंटों में हुई मूसलाधार बारिश के कारण गांवों-खेतों में पानी घुस चुका है। यही नहीं यवतमाल- दारव्हा रास्ता बंद हो चुका है। दारव्हा रास्ते पर बोरी अरब की पुलिया से पानी बह रहा है। इससे यहां का यातायात बंद कर दिया गया है। नेर के दहीफल गांव में रात 10 बजे के बाद पानी तेजी से घुसना शुरू हुआ। गांव के अधिकांश घरों में पानी घुस गया। घरों में रखा अनाज खराब हो गया। फसल भी अब चौपट होने लगी है। इससे किसान हताश हो गए हैं। 

सुबह जब किसान खेतों में पहुंचे, तो पानी भरा हुआ दिखाई दिया। कई तहसीलों में गत 24 घंटों में अतिवृष्टि दर्ज की गई है। उसमें बाभुलगांव, दारव्हा इन दो तहसीलों का समावेश है। उसमें बाभुलगांव में 109 सेंमी तो दारव्हा में 136 सेंमी बारिश रिकॉर्ड की गई है। तो मारेगांव में 58 मिमी बारिश दर्ज की गई है। जिले के अधिकांश बांधों में छोड़े जा रहे पानी के कारण सभी लोगों को सतर्क किया गया है, ताकि वे आनेवाली बाढ़ से प्रभावित न हो सके। 

रविवार सुबह 11 बजे, दोपहर 2 बजे और रात में 9 बजे के बाद से मूसलाधार बारिश शुरू हुई। जो सुबह तक थी। सुबह 10 बजे से फिर बारिश ने जोर पकड़ा, 16 तहसीलों में बारिश होती रही। जिससे जनजीवन प्रभावित हो गया। रास्ते पर जरूरी काम करनेवाले कुछ लोग ही नजर आए। सुबह सैर करने वालों की संख्या भी बेहद कम थी। बारिश के कारण फसलों का नुक्सान हुआ है। 

फल नुक्सान का सर्वे भी जल्द किया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि जुलाई और अगस्त में आई बाढ़ के कारण फसल बर्बाद हो गई थी। उसका जुलाई माह का मुआवजा 530 करोड रूपए जिले को मिला है। अबतक उसका वितरण नहीं हुआ है। अगस्त का सर्वे शुरू है। अब फिर सितंबर में सर्वे शुरू करने की नौबत आ गई है। 

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