जमानत देने 7 लाख रुपए की रिश्वत लेते थानेदार समेत 3 गिरफ्तार

यवतमाल जमानत देने 7 लाख रुपए की रिश्वत लेते थानेदार समेत 3 गिरफ्तार

Bhaskar Hindi
Update: 2021-12-09 14:00 GMT
जमानत देने 7 लाख रुपए की रिश्वत लेते थानेदार समेत 3 गिरफ्तार

डिजिटल डेस्क, यवतमाल। पुलिस में दर्ज मामले में जमानत देने शिकायकर्ता से 7 लाख रुपए की रिश्वत लेनेवाले लोहारा के थानेदार समेत 3 लाेगों को एसीबी की टीम ने गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई मंगलवार 7 दिसंबर की शाम स्थानीय स्टेट बैंक चौक में जाल बिठाकर की गई। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार लोहारा पुलिस थाने में दर्ज अपराध क्रमांक 170/21 में जमानत के लिए राहत देने की बात कहकर लोहारा के थानेदार ने 10 लाख रुपये रिश्वत मांगी थी। इतनी रकम देने में असमर्थ शिकायतकर्ता ने रिश्वत मांगने की शिकायत रिश्वत प्रतिबंधक विभाग अमरावती के पुलिस अधीक्षक विशाल गायकवाड से की थी। शिकायत मिलते ही अधीक्षक गायकवाड ने दल को कार्रवाई के लिए यवतमाल भेजा था। इस दल ने सोमवार 6 दिसंबर को मामले में जांच-पड़ताल की। मंगलवार 7 दिसंबर की रात स्थानीय स्टेट बैंक चौक में जाल बिछाया। इस समय शिकायतकर्ता 31 वर्षीय युवक से 7 लाख रुपये की रिश्वत लेते लोहारा के थानेदार एपीआई अनिल घुगल(52) तो निजी व्यक्ति यवतमाल निवासी विद्युत वसानी (50) और विशाल माकडे (30) को धर दबोचा। इस मामले में थानेदार अनिल घुगल ने विशाल माकडे के माध्यम से यह रकम ली तो इतनी रकम थानेदार को देने के लिए आरोपी विद्युत वसानी ने प्रोत्साहित करने का आरोप है। मंगलवार की देर शाम अमरावती एसीबी के पुलिस उपअधीक्षक किशोर म्हसवडे, पीआई अमोल कडू, विनोद कुंजाम, सुनील जायेभाये और शैलेश कडू के दल ने स्थानीय स्टेट बैंक चौक में स्थित सुपर बाजार व्यापार संकुल में स्थित डॉलर मोबाइल शॉपी में यह कार्रवाई की। इस कार्रवाई से जिले में खलबली मच गई है। इससे पूर्व यवतमाल एसीबी के दल ने महागांव में रिश्वत लेते एक निजी व्यक्ति को गिरफ्तार किया था। कार्रवाई की भनक लगने से प्रभारी बीडीओ गजानन गौतम मौके से भाग खड़ा हुआ और वह अब भी फरार है। 

पुलिस अधिकारी के खिलाफ दूसरी बड़ी कार्रवाई 

कुछ वर्ष पूर्व कलंब तहसील में बोगस बीज और दवा बनाने के कारखाने पर छापामार कार्रवाई की गई थी।  इस कारखाने के संचालक से लाखों रुपयों की रिश्वत लेने के मामले में एलसीबी के तत्कालीन पुलिस निरीक्षक मुकुंद कुलकर्णी को गिरफ्तार किया गया था। जिसके बाद एपीआई तथा लोहारा के थानेदार अनिल घुगल के एसीबी के जाल में फंसने से जिला पुलिस दल में रिश्वतखोरी  निरंतर जारी होने की चर्चा शहर में हो रही है।

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