जब दिन बचे ३० तब आया होश : ४.५० करोड़ के सौंदर्यीकरण
सतना जब दिन बचे ३० तब आया होश : ४.५० करोड़ के सौंदर्यीकरण
डिजिटल डेस्क, सतना। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत अमौधा तालाब में ४ करोड़ ५० लाख की लागत से एक साल से प्रस्तावित सौंदर्यीकरण में आड़े आ रहे १६ कच्चे-पक्के अवैध निर्माणों को रविवार को ध्वस्त करने में नगर निगम प्रशासन ने पूरी ताकत झोंक दी। सौंदर्यीकरण का ठेका राजधानी भोपाल की राजविलास कंस्ट्रक्शन कंपनी
के पास है। जानकारों ने बताया कि इसे यह काम पिछले साल जुलाई में मिला था।
तब टाइम लिमिट जुलाई २०२२ तय की गई थी। हैरत है, कार्य पूर्णता के लिए जब महज ३० दिन बचे , तब नगर निगम प्रशासन को बेज कब्जों के बेदखली की याद आई। जिले में १५ से २१ जून के बीच मानसून आगाज होता है लेकिन इस मामले में यह पैमाना भी काम नहीं आया।
५ थानों के टीआई साथ में पुलिस के ६० जवान :--
+ हर हालात से निपटने की थी तैयारी
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक जल्दबाजी इस कदर थी कि जिले में निकाय एवं पंचायत चुनाव की अधिसूचना के बीच रविवार अवकाश का दिन चुना गया। फौज फाटा सुबह ६ बजे मौके पर पहुंच गया। तहसीलदार बीके मिश्रा, सीएसपी महेन्द्र सिंह चौहान और नगर निगम के अतिक्रमण अधिकारी रमाकांत शुक्ला मोर्चे पर थे। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सिविल लाइन टीआई अर्चना द्विवेदी, कोलगवां टीआई देवेंद्र सिंह, सिविल लाइन टीआई एसएम उपाध्याय, अजाक की थाना प्रभारी रीता त्रिपाठी, हरिजन थाना प्रभारी कुसुम कली के साथ पुलिस के ६० जवान भी मौके पर तैनात किए गए थे। हर हालात से निपटने की तैयारी थी। बलवा किट से लैस पुलिस जवानों के सिर पर हेलमेट और हाथों में टियर गन या फिर डंडे थे। फोर्स के साथ वज्र भी था। देखते ही देखते ३ पोकलिन मशीनों ने १६ अवैध निर्माण ध्वस्त करते हुए लगभग ४० हजार वर्ग फीट सरकारी जमीन अतिक्रमण कारियों के चंगुल से मुक्त करा ली।