तोतलाडोह में 55.08 प्रतिशत भरा पानी , शहरवासियों को राहत की उम्मीद
तोतलाडोह में 55.08 प्रतिशत भरा पानी , शहरवासियों को राहत की उम्मीद
डिजिटल डेस्क, नागपुर। चौरई बांध लबालब हो जाने से तोतलाडोह का जलस्तर धीरे-धीरे बढ़ रहा है। फिलहाल तोतलाडोह 55.08 प्रतिशत भरा है। शहर को नियमित जलापूर्ति की उम्मीद तभी की जा सकती है, जब तक तोतलाडोह 60 प्रतिशत से अधिक नहीं भरता। फिलहाल संग्रहित जल समाधानकारक माना जा रहा है। दरअसल, उपलब्ध जलभंडार नियमित जलापूर्ति के लिए पर्याप्त नहीं है। जुलाई महीने में डेड स्टॉक से शहर को जलापूर्ति करनी पड़ी। जलसंकट के चलते सप्ताह में 3 दिन जलापूर्ति की गई। बहरहाल मनपा की जलप्रदाय समिति ने गणेशोत्सव के मद्देनजर 1 से 15 सितंबर तक नियमित जलापूर्ति शुरू की है। इसके बाद उपलब्ध जल संग्रहण का आकलन कर आगे की स्थिति तय होगी। जलाशयों की वर्तमान स्थिति को देख शहर को जलसंकट से राहत के आसार नजर नहीं आ रहे हैं।
भारी जलसंकट का सामना
पिछले वर्ष अपेक्षा से कम बारिश के चलते पहले से ही जलसंकट के आसार नजर आ रहे थे। गर्मी के दिनाें में संभावित जलसंकट से निपटने के लिए समय रहते जल वितरण का योग्य नियोजन नहीं किया गया। नतीजा जुलाई महीने में जलसंकट का सामना करना पड़ा। नौबत यहां तक आ गई कि डेड स्टॉक से पानी लेना पड़ा। जलसंकट से निपटने के लिए सप्ताह में 3 दिन जलापूर्ति का निर्णय लिया गया। एक महीना शहर जलसंकट से जूझता रहा। डेड स्टॉक की भरपाई होने में आधा से ज्यादा अगस्त महीना निकल गया।
घटते जा रहे बारिश के दिन
बारिश के चंद दिन बचे हैं। इस दौरान मेघों के मेहरबान होने पर भविष्य में नियमित जलापूर्ति की उम्मीद की जा सकती है। अन्यथा आनेवाले दिनों में शहर को जलसंकट का सामना करना पड़ सकता है।
चुनाव को देख हो सकती है नियमित जलापूर्ति
विधानसभा चुनाव सामने है। शहर में जलापूर्ति कटौती करने पर सत्तापक्ष को जनता के रोष का सामना करना पड़ सकता है। इस संकट से बचने के लिए भविष्य की चिंता किए बिना 15 सितंबर के बाद जलापूर्ति नियमित करने के कयास लगाए जा रहे हैं।
जल-संग्रहण अभी चिंताजनक
अगस्त में मेघ मेहरबान हुए। फिर भी चौरई बांध का पानी नहीं आने से तोतलाडोह में जल संग्रहण की स्थिति चिंताजनक रही। अगस्त के अंत में चौरई बांध के दरवाजे खुलने पर ताेतलाडोह का जलस्तर धीरे-धीरे बढ़ने लगा। फिलहाल तोतलाडोह में जलसंग्रहण की स्थिति समाधानकारक मानी जा रही है। हालांकि नियमित जलापूर्ति के लिए उपलब्ध जलसंग्रहण पर्याप्त नहीं है। 60 प्रतिशत से अधिक जल संग्रहण होने पर नियमित जलापूर्ति हो सकती है। वर्तमान स्थिति में शहर को जलसंकट से राहत के आसार नहीं है।
साल भर के लिए पर्याप्त नहीं पानी
तोतलाडोह में उपलब्ध पानी शहर में सालभर नियमित जलापूर्ति के लिए पर्याप्त तो नहीं, परंतु समाधानकारक है। 15 सितंबर तक नियमित जलापूर्ति का निर्णय लिया गया है। इसके बाद उपलब्ध जलभंडारण कर आकलन करने के बाद आगे का निर्णय लिया जाएगा।
- विजय झलके, सभापति, जलप्रदाय समिति, मनपा