कन्हान नदी में पानी का प्रवाह बढ़ा, चौरई बांध से छोड़ रहे 1800 क्यूमेक्स पानी, 8 गेट खोले
कन्हान नदी में पानी का प्रवाह बढ़ा, चौरई बांध से छोड़ रहे 1800 क्यूमेक्स पानी, 8 गेट खोले
डिजिटल डेस्क, नागपुर। छिंदवाड़ा जिले के चौरई बांध से अब 1800 क्यूमेक्स पानी छोड़ा जा रहा है। सभी 8 गेट खोल दिए गए हैं। इससे कन्हान नदी में पानी का प्रवाह बढ़ गया है तोतलाडोह में 18 प्रतिशत जलभंडारण होने की खबर है। इससे पहले रविवार सुबह मध्यप्रदेश सरकार ने 6 गेट के जरिए 1000 क्यूमेक्स पानी छोड़ने का निर्णय लिया गया था, किन्तु शाम तक बांध का जलस्तर घटने और बारिश थमने से सोमवार की सुबह 1000 के बजाए 500 क्यूमेक्स पानी छोड़ा जा रहा था। सोमवार दोपहर के बाद फिर अचानक नदी में पानी का प्रवाह बढ़ने और तेज बारिश होने के बाद मध्यप्रदेश सरकार ने 1800 क्यूमेक्स पानी छोड़ने का निर्णय लिया। बताया गया कि चौरई बांध का जलस्तर 94 प्रतिशत आने तक यह पानी छोड़ना जारी रहेगा। फिलहाल चौरई बांध से पानी छोड़े जाने से तोतलाडोह बांध को बड़ी राहत मिली है।
जिले मेंं 77 जलाशय, सभी डेंजर जोन से बाहर
जिलाधीश के आदेश पर सिंचाई विभाग द्वारा जिले के 77 छोटे, बड़े व मध्यम जलाशयों का स्ट्रक्चरल आडिट किया गया। सिंचाई विभाग द्वारा जो रिपोर्ट जिला प्रशासन को सौंपी गई, उसके मुताबिक सभी जलाशय अच्छी स्थिति में हैं। कोई भी जलाशय डेंजर जोन में नहीं हैं। कोंकण में बांध बहने से हुई बर्बादी के बाद जिलाधीश ने जिले के जलाशयों (बांधों) का स्ट्रक्चरल आडिट करने के निर्देश सिंचाई विभाग को दिए थे। जिले में सिंचाई विभाग के तहत आनेवाले जलाशयों की संख्या 77 है, जिसमें से 4 बड़े, 13 मध्यम व 60 छोटे जलाशय हैं। जिला प्रशासन को जो रिपोर्ट प्राप्त हुई, उसके मुताबिक किसी जलाशय में बड़ी दुरुस्ती की जरूरत नहीं है। बारिश के दिनों में इन जलाशयों को चोट पहुंचने की आशंका रिपोर्ट में नहीं बताई गई है। सब कुछ आल इज वेल बताया गया है।
जलाशयों में उपलब्ध पानी
4 बड़े जलाशयों में 10 से 12 फीसदी, 13 मध्यम जलाशयों में 45 से 70 फीसदी व 60 छोटे जलाशयों में 70 फीसदी पानी जमा होने की जानकारी जिला प्रशासन की तरफ से दी गई है।
फिलहाल बाढ़ का खतरा नहीं
जिले में जो बारिश हो रही है, उसे देखते हुए जिले में नदी के आस-पास के गांवों में फिलहाल बाढ़ का कोई खतरा नहीं है। एहतियात के तौर पर किसी गांव के लोगों को दूसरी जगह स्थलांतरित करने की भी जरूरत फिलहाल नहीं है।
सभी जलाशय अच्छी स्थिति में
जो रिपोर्ट मिली है, उसके मुताबिक जिले के सभी 77 जलाशय (बांध) अच्छी स्थिति में हैं। जलाशय की तुरंत मरम्मत करने या घबराने की जरूरत नहीं है। बारिश के पानी से जलाशयों में पानी जमा हो रहा है। किसी गांव में बाढ़ का अभी कोई खतरा नहीं है। गांववासियों को दूसरी जगह स्थलांतरित करने की भी जरूरत नहीं है। जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क है आैर हर स्थिति पर नजर बनी हुई है। --अंकुश गावंडे, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नागपुर.