वंजारी ने पूछा - नागपुर के अपोलो फार्मेसी वाले सरकार के दामाद हैं क्या

जांच कराने का आश्वासन  वंजारी ने पूछा - नागपुर के अपोलो फार्मेसी वाले सरकार के दामाद हैं क्या

Bhaskar Hindi
Update: 2023-03-20 14:44 GMT
 वंजारी ने पूछा - नागपुर के अपोलो फार्मेसी वाले सरकार के दामाद हैं क्या

डिजिटल डेस्क, मुंबई। विधान परिषद में कांग्रेस के सदस्य अभिजीत वंजारी ने नागपुर के अपोलो फार्मेसी में बिना प्रिस्क्रिप्शन के दवाई बिक्री को लेकर राज्य सरकार को घेरा है। सोमवार सदन में प्रश्नकाल के दौरान वंजारी ने कहा कि मैंने नागपुर के अपोलो फार्मेसी से राज्य के अन्न व औषधि प्रशासन विभाग (एफडीए) मंत्री संजय राठोड के नाम पर कुछ दवाई खरीद कर लाया है। मेरे पास दवाई खरीदी का बिल भी है। यह दवाइयां ऐसी हैं, जो डॉक्टरों के प्रिस्क्रिप्शन के बिना मेडिकल दुकानदार नहीं दे सकते हैं। लेकिन  अपोलो फार्मेसी और मिड लाइफ फार्मेसी में धड़ल्ले से गैर कानूनी ढंग से दवाइयों की बिक्री हो रही है। नागपुर के अपोलो फार्मेसी वाले सरकार के दामाद हैं क्या ? सरकार इन फार्मेसी और ऑनलाइन दवाई बिक्री करने वाले मेडिकल दुकानों के खिलाफ क्या कार्रवाई करेगी ? इसके जवाब में मंत्री राठोड ने कहा कि संबंधित मेडिकल दुकान की तत्काल जांच की जाएगी। इस पर उपसभापति नीलम गोर्हे ने कहा कि सरकार ऑनलाइन बिक्री करने वाले मेडिकल दुकानों को बिना जांच के बंद करने का आदेश जारी न करे। क्योंकि इससे बुजुर्गों को ऑनलाइन दवाइयां मिलना बंद हो जाएंगी। इसके पहले सदन में प्रश्नकाल में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने मुंबई के सैफी अस्पताल के मेडिकल से खरीदे गए इंजेक्शन के रिएक्शन से मंत्रालय के कक्ष अधिकारी विवेक कांबली की मौत के मामले के संबंध में सवाल पूछा था। इसके जवाब में राठोड ने बताया कि कांबली की मौत इंजेक्शन लगाए जाने के बाद हुई थी। इस घटना के बाद सैफी अस्पताल के मेडिकल दुकान से सात इंजेक्शन जब्त करके जांच के लिए भेजे गए थे। जांच रिपोर्ट में सातों इंजेक्शन नकली पाए गए थे। जिसके बाद मेडिकल दुकान सैफी अस्पताल के मेडिकल का लाइसेंस रद्द कर दिया गया है। राठोड ने कहा कि मुंबई के अन्य 12 मेडिकल की दुकानों में नकली इंजेक्शन मिले थे। जिसमें से 4 मेडिकल दुकानों के लाइसेंस को रद्द किया गया है। बाकी  मेडिकल दुकानों के खिलाफ कार्रवाई शुरू है। संबंधित मेडिकल दुकान वालों के खिलाफ मामला भी दर्ज कर किया है। राठोड ने कहा कि फर्जी इंजेक्शन तैयार करने के मामले के तार दिल्ली से जुड़े हुए हैं। इसलिए दिल्ली के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई हुई है। तीन आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। नकली इंजेक्शन तैयार करने के मामले में आरोपियों के खिलाफ मकोका अथवा मानव वध का मामला दर्ज करने के बारे में अध्ययन के बाद पुलिस को उचित निर्देश दिए जाएंगे। 

राज्य सरकार बनाएगी कम्प्यूटर प्रणाली  

इस बीच राठोड ने कहा कि ऑनलाइन दवाइयों की बिक्री के बारे में केंद्र सरकार नई नीति तैयार कर रही है। फिलहाल इस नीति का मसौदा तैयार किया जा रहा है। इसके लिए राज्य सरकार से भी सुझाव मांगे गए हैं। इस नीति के अलावा राज्य सरकार फर्जी दवाइयों के बिक्री पर रोक के लिए एक कम्प्यूटर प्रणाली तैयार कर रही है। यह प्रणाली दवाइयों के उत्पादक, बिक्री और ग्राहकों के लिए होगी। इस बीच शिवसेना (उद्धव गुट) की सदस्य मनीषा कायंदे ने मेडिकल दुकानों में गर्भपात की गोलियां बेचे जाने के बारे में सवाल पूछा था। जिस पर राठोड ने कहा कि कम्प्यूटर प्रणाली के जरिए इस तरह की दवाइयों की बिक्री पर निगरानी रखी जा सकेगी। इसके साथ ही दूसरे राज्यों से महाराष्ट्र में अवैध रूप से आने वाली दवाइयों को रोकने के लिए उचित कदम उठाएंगे।  

 

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