नाबालिग की नसबंदी कराने के आरोप में 8 साल से फरार दो आरोपियों ने किया सरेंडर, कोर्ट ने भेजा जेल
सतना नाबालिग की नसबंदी कराने के आरोप में 8 साल से फरार दो आरोपियों ने किया सरेंडर, कोर्ट ने भेजा जेल
डिजिटल डेस्क, सतना। 16 साल के नाबालिग की नसबंदी के मामले में 8 साल से फरार चल रहे 2 आरोपियों ने मंगलवार को न्यायालय में सरेंडर कर दिया, जिन्हें जेल भेज दिया गया। पुलिस ने बताया कि 8 मार्च 2011 को सज्जनपुर स्वास्थ्य केन्द्र में नसबंदी शिविर लगाया गया था, तब एएनएम रामकली कोल के पति रामकुमार कोल निवासी सरिया टोला और उसके साथी बंशी लोधी उर्फ कुचिया ने कोलगवां थाना क्षेत्र के जवान सिंह कॉलोनी में रहने वाले नाबालिग को जबरन बाइक पर बैठाकर शराब दुकान ले गए और नशा कराने के बाद स्वास्थ्य केन्द्र ले जाकर गलत नाम-पता एवं उम्र 28 वर्ष, बताकर डॉक्टर देवेन्द्र सिंह से नसबंदी ऑपरेशन करा दिया।
परिवाद पर कायमी —-
यह बात पता चलने पर पीडि़त और उसके परिजनों ने थाने में शिकायत की, मगर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो पीडि़त ने न्यायालय में परिवाद दायर किया, जहां से 15 अप्रैल 2013 को अपराध दर्ज करने के निर्देश रामपुर बाघेलान पुलिस को दिए गए, जिस पर कायमी की गई। तभी से आरोपीगण फरार चल रहे थे। इसी बीच एएनएम रामकली का निधन हो गया। वहीं 8 साल तक फरार रहने के बाद आरोपी रामकुमार और बंशी लोधी ने मंगलवार को जेएमएफ शिवरामपुर की कोर्ट में सरेंडर कर दिया, जहां से दोनों को 13 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में सेंट्रल जेल भेज दिया गया।