कोच्छी बैरेज से नवेगांव खैरी तक बनेगी टनल, योजना को हरी झंडी

जलसंकट कोच्छी बैरेज से नवेगांव खैरी तक बनेगी टनल, योजना को हरी झंडी

Bhaskar Hindi
Update: 2021-09-14 10:31 GMT
कोच्छी बैरेज से नवेगांव खैरी तक बनेगी टनल, योजना को हरी झंडी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मध्यप्रदेश के चौरई (माचागोरा) जलाशय के कारण पेंच नदी के तोतलाडोह व नवेगांव खैरी जलाशय में आने वाला पानी कम हो गया है। इस कारण पारशिवनी, रामटेक, सावनेर, कलमेश्वर, मौदा और भंडारा जिले में भी सिंचाई का संकट बढ़ गया है। तोतलाडोह में भी पानी कम आने से नागपुर शहर का जलसंकट बढ़ गया है। जलसंकट की इस समस्या के समाधान के लिए मध्यप्रदेश के लोहघोगरी-तोतलाडोह टनल (बोगदा) योजना को तत्कालीन फडणवीस सरकार ने मंजूरी प्रदान की थी। इस योजना से शहर का जलसंकट भी खत्म होने वाला था,  लेकिन मध्यप्रदेश सरकार ने इसमें अड़ंगा डाल दिया है। जमीन नहीं देने और भारी-भरकम खर्च को देखते हुए अब यह योजना ठंडे बस्ते में जाती दिख रही है।

चौरई (माचाबोरा), तोतलाडोह व नवेगांव खैरी जलाशय पेंच नदी पर है। एक नदी पर तीन जलाशय होने से भविष्य में जलसंकट विकराल रूप धारण कर सकता है। चौरई जलाशय की जलभंडारण क्षमता 577 दलघमी है। इसमें 2017 से जलभंडारण की शुरुआत हुई है। यह जलाशय ओ‌वरफ्लो होने पर अथवा पानी छोड़े जाने पर तोतलाडोह और नवेगांव खैरी जलाशय में पानी आता है, अर्थात नागपुर जिले की जलापूर्ति और सिंचाई व्यवस्था मध्यप्रदेश पर निर्भर हो गई है। 

समस्या के समाधान के लिए तत्कालीन फडणवीस सरकार ने लोहघोगरी से तोतलाडोह टनल (बोगदा) 62 कि.मी. लंबी टनल बनाकर 283 दलघमी. पानी तोतलाडोह जलाशय में लाने के प्रकल्प को 18 सितंबर 2019 को प्रशासकीय मंजूरी देते हुए दो चरणों में 3612 करोड़ रुपए देना मान्य किया था। प्रथम चरण में 17.55 करोड़ रुपए मंजूर कर इस टनल का सर्वेक्षण और प्रकल्प रिपोर्ट पेश की गई थी। 

सामाजिक कार्यकर्ता उदय सिंह यादव ने बताया कि इस योजना के प्रस्ताव को मध्यप्रदेश सरकार की ओर से प्रशासकीय और तकनीकी दिक्कतें होने के कारण प्रकल्प ठंडे बस्ते में है, लेकिन कोच्छी बैरेज और नवेगांव खैरी टनल को कम खर्च और तकनीकी दिक्कतें नहीं होने के कारण इस प्रकल्प को राज्य सरकार ने हरी झंडी दिखाई है।  कोच्छी जलाशय का 90 प्रतिशत काम पूरा हो गया है। 

आगामी कुछ दिनों में जलभंडारण होगा। इसी बैरेज के कैचमेंट क्षेत्र में पंप हाउस बनाकर पानी को लिफ्ट कर 8 किमी. पाइप द्वारा और बाद में 12 किमी. नहर के द्वारा 198 दलघमी. पानी नवेगांव खैरी जलाशय और आगे खिंडसी नहर द्वारा खिंडसी तालाब में लाया जाएगा।  प्रस्ताव को मान्यता देकर निधि उपलब्ध कराने के निर्देश मंत्री पाटील ने विभाग प्रमुखों को दिए हैं।

लोहघोगरी-तोतलाडोह टनल में जमीन और खर्च का हवाला

अब राज्य सरकार ने कोच्छी बैरेज से नवेगांव खैरी टनल के लिए हरी झंडी दिखाई है। इससे किसानों की उम्मीदें फिर जगी है। मुंबई में सह्याद्री गेस्ट हाउस में जलसंपदा मंत्री जयंत पाटील व पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल पटेल, सामाजिक कार्यकर्ता उदय सिंह यादव की उपस्थिति में बैठक हुई, जिसमें योजना को आगे बढ़ाने पर चर्चा कर इसे जल्द से जल्द पूरा करने पर जोर दिया गया। 

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