3 करोड़ की रेल पटरी ही चुरा ले गए चोर, 9 महीने से पड़ा था लावारिस
3 करोड़ की रेल पटरी ही चुरा ले गए चोर, 9 महीने से पड़ा था लावारिस
डिजिटल डेस्क, नागपुर । दपूम रेलवे नागपुर मंडल अंतर्गत जबलपुर-नैनपुर के बीच में कुछ चोरों ने 8 हजार 7 सौ मीटर लंबी रेल पटरी ही चुरा ली। जिसकी कीमत 3 करोड़ रुपये तक है। आरपीएफ ने इस दिशा में कार्रवाई शुरू कर दी है। जिसमें एक आरोपी को पकड़ा है। सूत्रों के अनुसार गेज कनर्वशन के लिए इंजीनियरिंग विभाग ने यहां अप्रैल 2019 में यह पटरियां डाली थी। जिसके बाद से इसका कोई वाली नहीं था। चोरों ने मौके का फायदा उठाते हुए इन पटरियों को लोहा गलानेवाले कारखानों में बेच दिया। मामले के कुछ आरोपी अभी-भी फरार हैं।
उल्लेखनीय है कि वर्षों से छोटी लाइन जबलपुर-नैनपुर की छोटी लाइन चल रही थी। लेकिन हाल ही में समय बचत के लिए बड़ी लाइन में शिफ्ट करने की घोषणा हुई है। कई जगह पर काम भी शुरू है। इसी तरह नागपुर मंडल अंतर्गत सामनापुर-लामठा के बीच में भी गेज कनर्वशन का काम शुरू है। इसके लिए अप्रैल 2019 में 3 करोड़ की रेल पटरियों को लाया गया था। इसे आनेवाले समय में काम करने के उद्देश्य से यही पर रखा गया था। सूत्रों की माने तो रेलवे ने इसकी जानकारी किसी को नहीं दी थी।
आरपीएफ को भी इसके बारे में पता नहीं था। वहीं पटरियों की देखरेख करने के लिए भी कोई नहीं था। करीब 9 महीने के बाद रेलवे का संबंधित विभाग पटरी का काम करने यहां पहुंचा तो लगभग 3 करोड़ रुपये की रेल पटरियां यहां से गायब होने का खुलासा हुआ तुरंत इसकी जानकारी आरपीएफ को दी गई। जिसके बाद मंडल सुरक्षा आयुक्त आशुतोष पांडे के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई। जिसमें बिलासपुर, रायपुर व नागपुर के आरपीएफ शामिल थे। जनवरी माह से शुरू हुए सर्च ऑपरेशन में आरपीएफ को सफलता भी मिली है। एक आरोपी इस मामले में पकड़ा गया है। जिसने बताया कि, वह इन चोरी हुई रेल पटरियों को लोहा गलानेवाले कारखानों में बेचता था।
आरपीएफ ने जब्त किये लोहे के प्लेट
सूत्रों के अनुसार लोहे की पटरियों को साठगांठ से लोहा पिघलानेवाले कारखानों में बेचा जा रहा था। जिसके बाद कारखाने वाले इसे मशीन में पिघलाकर इसकी बड़ी-बड़ी लोहे की प्लेट बनाते थे। ऐेसे में आरपीएफ की ओर से कुछ रेल पटरियों के साथ ऐसे लोहे के प्लेट भी जब्त किये हैं। हालांकि अभी तक आरपीएफ द्वारा कार्रवाई पूरी नहीं हुई है। फरार आरोपी को पकड़ने में पुलिस जुटी है।