युवक ने लगाई फांसी,जान बचाने चारपाई पर लिटाकर एक किलोमीटर तक चले परिजन,मगर अस्पताल पहुंचते ही थम गईं सांसें
सतना युवक ने लगाई फांसी,जान बचाने चारपाई पर लिटाकर एक किलोमीटर तक चले परिजन,मगर अस्पताल पहुंचते ही थम गईं सांसें
डिजिटल डेस्क, सतना। विकास के तमाम दावों के उलट जिले के ताला थाना क्षेत्र का एक गांव ऐसा भी हैं जहां रहने वाले आधा सैकड़ा लोगों को पक्की सड़क का सुख नसीब नहीं हो पाया है। बारिश के मौसम में इनके लिए हालात बदतर हो जाते हैं। ग्राम पंचायत इटमा के धतुई खुर्द से मुख्य मार्ग तक जाने के लिए ग्रामीणों को एक किलोमीटर तक कीचड़ भरी पगडंडी से होकर गुजरना पड़ता है। पक्की सड़क न होने का खामियाजा गांव के एक युवक को जान से हाथ धोकर भुगतान पड़ा।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक धतुई खुर्द निवासी राजू दहायत पिता रामबहोर दहायत 22वर्ष पारिवारिक कलह के चलते 23 सितंबर की सुबह घर में ही फांसी पर झूल गया।तब किसी परिजन की नजर उस पर पड़ गई तो फौरन फंदा काटकर नीचे उतार लिया और अस्पताल ले जाने की तैयारी करने लगे,मगर रास्ता होने से कोई वाहन घर तक नहीं आ सकता था, ऐसे राजू को चारपाई पर लिटाकर चार लोगों उस कंधों पर उठाकर रोड तक लाए और फिर प्राइवेट गाड़ी से रीवा ले गए, जहां इलाज के दौरान राजू की मौत हो गई।
परिजनों और ग्रामीणों का आरोप कि अगर गांव तक सड़क होती तो शायद राजू को समय पर अस्पताल पहुंचाकर जान बचाई जा सकती थी।युवक को गांव से रोड तक चारपाई पर ले जाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद यह शर्मनाक हकीकत सामने आई है।