राजनीतिक रवैया नहीं , कठोर निर्णय लेने की तैयारी में हैं महापौर

राजनीतिक रवैया नहीं , कठोर निर्णय लेने की तैयारी में हैं महापौर

Bhaskar Hindi
Update: 2019-11-27 08:11 GMT
राजनीतिक रवैया नहीं , कठोर निर्णय लेने की तैयारी में हैं महापौर

डिजिटल डेस्क, नागपुर। नवनिर्वाचित महापौर संदीप जोशी ने कहा कि मेरे सामने समय कम है। इसलिए 20-20 की तरह काम करना है। मनपा में  निर्णय लेते समय राजनीतिक रवैया नहीं अपनाऊंगा। मेरी कठोर निर्णय लेने की मानसिकता है। पार्टी को भी इससे अवगत  कराया है। कल कोई ये न कहे कि जब गलत हो रहा था तो कुछ नहीं किया। फिलहाल कचरा, आवारा श्वान और अतिक्रमण को प्राथमिकता मानकर चल रहा हूं। इस संबंध में कुछ ठोस निर्णय करने की जरूरत है। स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ बैठक कर इस बारे में जनजागृति भी की जाएगी। 
उन्होंने कहा कि 1 दिसंबर से शहर में गीला-सूखा कचरा एक साथ स्वीकारा नहीं जाएगा। गीला-सूखा कचरा अलग-अलग करके ही देना होगा। यह सिर्फ नागरिकों पर ही नहीं, बल्कि नगरसेवकों पर भी लागू होगा।

महापौर ने कहा कि मैं एक टीम नगरसेवकों के घर पर भी भेज रहा हूं। टीम देखेगी कि नगरसेवक के घर में भी कचरा अलग-अलग हो रहा है या नहीं? मैं खुद 5 जगह जाकर देखूंगा। आयुक्त अभिजीत बांगर कचरे की समस्या को लेकर गंभीर हैं। वे 1 दिसंबर से ही इसे सख्ती से लागू करने के पक्ष में है। हालांकि मेरी कोशिश है कि लोगों को 15 दिसंबर तक समय दिया जाए। महापौर संदीप जोशी ने दैनिक भास्कर कार्यालय में सदिच्छा भेंट दी। इस दौरान वे संपादकीय सहयोगियों के साथ अनौपचारिक बातचीत कर रहे थे। महापौर जोशी ने कहा कि 5 करोड़ का महापौर फंड होता है। अब तक छोटे-मोटे काम के लिए बांट दिया जाता था। लेकिन इस बार महापौर फंड किसी को नहीं दिया जाएगा। नगरसेवकों से भी इस बारे में स्पष्ट कह दिया गया है। महापौर फंड में फुटपाथ की दुरुस्ती, सुलभ शौचालय और रेनवॉटर हार्वेस्टिंग के काम किए जाएंगे। अगर कोई नगरसेवक ये काम करता है, तो उसे इसमें से निधि दी जाएगी। 

जनता की प्राथमिकता ही मेरी प्राथमिकता 
महापौर जोशी ने कहा कि 7 दिसंबर तक जनता की सुनूंगा। जनता की प्राथमिकता ही मेरी प्राथमिकता होगी। मेरी इच्छा थी कि मेयर रिलीफ फंड बनाऊं। मैं खुद खेल संघ से जुड़ा हूं। कई खिलाड़ी आर्थिक परिस्थिति के कारण बाहरी शहरों में जा नहीं पाते हैं। अब महापौर की जिम्मेदारी मुझ पर है। इसलिए तय किया कि स्वागत-सत्कार का पैसा मेयर रिलीफ फंड में जमाकर, उससे खिलाड़ी और जरूरतमंदों की मदद की जाएगी। इसके लिए पॉलिसी फ्रेम करने का काम किया जा रहा है। 1 जनवरी 2020 से इसे लागू कर दिया जाएगा। इसके लिए निधि प्रावधान को लेकर भी कुछ किया जाएगा। 

सबसे बात कर अपना विजन रखूंगा
श्री जोशी ने कहा कि मैंने अभी तक प्राथमकिता तय नहीं की है। सबसे बात करके और उसका निचोड़ निकालकर अपना विजन तैयार करूंगा। इस दिशा में 1 दिसंबर को ब्रेक फास्ट विथ मेयर प्रोगाम आयोजित किया जा रहा है। जिसमें सभी व्यावसायिक संगठनों के प्रतिनिधियों से बात की जाएगी। इसी तरह 4 को सीनियर सिटिजन के साथ बैठक कर उनकी सुझाव लिए जाएंगे। इसके अलावा राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधियों से भी चर्चा की जाएगी। 4 को भाजपा, 5 को कांग्रेस, 6 को एनसीपी और 7 दिसंबर को बीएसपी के प्रतिनिधियों से चर्चा कर सूचनाएं ली जाएंगी।
 

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