अगले सप्ताह फिर बढ़ेगी तपन, 22 जून तक छाएंगे बदरा
अगले सप्ताह फिर बढ़ेगी तपन, 22 जून तक छाएंगे बदरा
डिजिटल डेस्क, नागपुर। गर्मी की मार से लोग परेशान हैं। मौसम जानकारों की माने तो अभी रहत के आसार नहीं हैं। हालांकि मौसम विभाग का मानना है कि 4 जून से गर्मी से हल्की सी राहत मिलना शुरू हो सकती है, लेकिन जानकारों के अनुसार इस सप्ताह कुछ राहत रहेगी। अगले सप्ताह पारा फिर 37 डिग्री को छूने के लिए आतुर होगा। मौसम विभाग के अनुसार सोमवार को शहर के अधिकतम तापमान में रविवार की अपेक्षा 1.3 डिग्री की गिरावट जरूर दर्ज हुई है। तब भी अधिकतम तापमान सामान्य से 3.3 डिग्री ऊपर 45.7 डिग्री सेल्सियस पर बना हुआ है।दो दिन रात में हल्की राहत के बाद रविवार को न्यूनतम तापमान ने 3.3 डिग्री की छलांग लगाई और 29.7 डिग्री रिकार्ड किया गया, जो सामान्य से 1 डिग्री ऊपर रहा। हालांकि गर्म थपेड़ों के चलते अभी भी शहरवासी गर्मी से परेशान हैं। सुबह से ही बाहर निकलना मुहाल बना हुआ है।
प्री-मानसून है, लेकिन बगैर पानी का
इस साल प्री-मानसून हलचलें देर से शुरू हुई और वह भी कमजोर सी। सामान्यत: प्री-मानसून हलचले 20 मई के बाद गति पकड़ने लगती हैं। इस बार जिले में प्री-मानसून की हलचलें 1 जून से शुरू हो गई हैं। इस दिन तेज हवाओं के साथ अच्छी बौछारे भी पड़ी। शहर के अलावा आस-पास के क्षेत्रों में भी इसका असर रहा। हालांकि पिछले 2 दिन में शहर के बाहरी हिस्सों मेंकुछ तेज हवाओं के बाद छिटपुट बूंदाबांदी ही नजर आई। मौसम जानकारों के अनुसार इसका सबसे बढ़ा कारण यह है कि अभी तक कोई भी मानसूनी चक्रवाती चक्र सक्रीय नहीं हुआ है। तेज गर्मी के कारण ऊपरी सतह में खाली स्थान तो बन रहा है, इसमें हवा का प्रवेश भी हो रहा है, लेकिन नमी की कमी के कारण बौछारें बाधित हैं। हाल ही में छत्तीसगढ़ के ऊपर एक चक्रबना था इसके चलते ही 1 जून को शहर में और उसके बाद हल्की बूंदाबांदी आस-पास के क्षेत्रों में हो सकी।
अगला सप्ताह और गर्म रहने की उम्मीद
मौसम जानकारों के अनुसार छत्तीसगढ़ पर बने चक्र से कुछ नमी का प्रवेश हुआ है। इससे सूरज के तीखेपन में कमी आई है। रविवार तक अपेक्षाकृत कुछ राहत रहेगी, लेकिन अगलेसप्ताह में सूर्य फिर आग उगल सकता है। पारा 45 से 47 डिग्री के मध्य रह सकता है। केरल में 6 तक और विदर्भ में 18 जून तक मानसून की दस्तक, शहर को मानसूनी पानी 22 जून के बाद ही मिल पाएगा। इस बार मानसून अलनीनो के सक्रीय होने और न होने के बीच अटका रहा। इसके चलते मानूसन की दस्तक में भी देरी हुई। मौसम जानकारों के अनुसार मानसून 6 जून के आस-पास देशके सबसे निचले राज्य केरल में दस्तक दे सकता है। हालांकि इसे विदर्भ तक पहुंचने में 2 सप्ताह का समय लगेगा। अनुमान है कि 17-18 जून तक यह विदर्भ की दहलीज पर पहुंचेगा औरशर को 22-23 जून को भिगो पाएगा।
शुरुआत जोर से फिर 3 सप्ताह का दे सकता है ब्रेक
मौसम जानकारों के अनुसार गर्मी का तेज देखकर उम्मीद है कि इस बार मानसून अपने पूरे शबाब पर होगा। मौसम विभाग ने भी दीर्घकालीन अनुमान में 90 से 96 प्रतिशत यानी सामान्य बारिश का अनुमान जाहिर किया है। मौसम जानकारों को भी विदर्भ में मानसून के सामान्य रहने की उम्मीद है। हालांकि अनुमान है कि विदर्भ में मानसून पहुंचने के बाद सप्ताहभर पूरे जोर पर होगा। जुलाई की शुरुआत में मानसून ब्रेक की परिस्थितियां बन रहीं हैं। हालांकि जुलाई अंत में इसके फिर सक्रीय होने की उम्मीद है, जो सितंबर के अंत तक जारी रहेगा। मौसम विज्ञानियों के अनुसार अभी तक अल-नीनो के सक्रीय होने न होने की उहापोह बनी हुई थी, लेकिन अब यह निष्क्ष्य हो गया है। इससे इस साल अच्छी वर्षा की उम्मीद प्रबल हुई है।