Mumbai News: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के इतिहास में तीसरी बार उम्मीदवार हुए चार हजार पार
- भोकर सीट पर 115 प्रत्याशियों ने मैदान छोड़ा
- साल 1962 में लड़े थे 1161 उम्मीदवार
Mumbai News : अमित कुमार| शिवसेना और राकांपा में हुई टूट के बाद हो रहे साल 2024 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में प्रमुख रूप से छह प्रमुख दल उतरे हैं। सत्तारूढ़ महायुति के घटक दल भाजपा, शिवसेना (शिंदे) और राकांपा (अजित) और विपक्ष के गठबंधन कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव) और राकांपा (शरद) के बीच टक्कर होगी। इस चुनाव में महायुति और महाविकास आघाडी दोनों गठबंधनों में दावेदारों की भरमार देखने को मिली है। इससे इस चुनाव में उम्मीदवार की संख्या बढ़ी हुई नजर आ रही है। साल 2024 के विधानसभा चुनाव में कुल 4140 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के इतिहास में यह तीसरा मौका है जब, उम्मीदवारों की संख्या 4 हजार से अधिक है। इससे पूर्व साल 2014 के विधानसभा चुनाव के ऐन पहले कांग्रेस-राकांपा (अविभाजित) की आघाडी और भाजपा-शिवसेना (अविभाजित) की युति का गठबंधन टूट गया था। इससे चारों प्रमुख दलों ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था। साल 2014 के विधानसभा चुनाव में 4407 प्रत्याशी मैदान में उतरे थे। वहीं साल 1995 के विधानसभा चुनाव में कुल 4727 उम्मीदवारों ने जोर आजमाइश की थी।
भोकर सीट पर 115 प्रत्याशियों ने मैदान छोड़ा
साल 2024 के विधानसभा चुनाव में नांदेड़ की भोकर सीट पर कुल 140 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया था। इसमें से 115 उम्मीदवारों ने मैदान छोड़ दिया है। इससे भोकर सीट पर अब 25 उम्मीदवारों के बीच मुकाबला होगा। वहीं बीड़ की माजलगांव सीट पर 98 उम्मीदवारों में से 64 प्रत्याशियों ने नामांकन वापस ले लिया है। इससे इस सीट पर 34 प्रत्याशियों के बीच मुकाबला होगा। इस बार राज्य भर में माजलगांव सीट पर सबसे अधिक 34 उम्मीदवार मैदान में डटे हुए हैं। बीड़ सीट पर 90 उम्मीदवारों में से 59 उम्मीदवारों ने पर्चा वापस ले लिया है। इससे इस सीट पर 31 उम्मीदवारों के बीच टक्कर होगी, जबकि नंदूरबार की शहादा सीट पर सबसे कम 3 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं।
ऐसे घटते-बढ़ते रहे प्रत्याशी
2024 4140
2019 3237
2014 4407
2009 3559
2004 2678
1999 2006
1995 4727
1990 3764
1985 2230
1980 1537
1978 1819
1972 1196
1967 1242
1962 1161
साल 1962 में लड़े थे 1161 उम्मीदवार: महाराष्ट्र की स्थापना के बाद साल 1962 में हुए पहले विधानसभा चुनाव में 1161 प्रत्याशी मैदान में थे। साल 1967 के विधानसभा चुनाव में 1242 उम्मीदवार उतरे थे, जबकि साल 1972 के विधानसभा चुनाव में 1196 प्रत्याशी लड़े थे। इसके बाद हुए विधानसभा चुनावों में उम्मीदवारों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है।