फिर से प्रदेश अध्यक्ष नहीं बनना चाहते तटकरे, कहा- अब पद संभालने की इच्छा नहीं

फिर से प्रदेश अध्यक्ष नहीं बनना चाहते तटकरे, कहा- अब पद संभालने की इच्छा नहीं

Bhaskar Hindi
Update: 2018-04-26 13:37 GMT
फिर से प्रदेश अध्यक्ष नहीं बनना चाहते तटकरे, कहा- अब पद संभालने की इच्छा नहीं

डिजिटल डेस्क, मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे ने खुद को प्रदेश अध्यक्ष पद की रेस से अलग कर लिया है। तटकरे ने साफ कर दिया है कि फिर से प्रदेश अध्यक्ष बनने की उनकी कोई इच्छा नहीं है। इस लिए इस पद पर पार्टी के किसी अन्य नेता को मौका मिलना चाहिए। आगामी 29 अप्रैल को प्रदेश अध्यक्ष चुनने के लिए राकांपा सुप्रीमों शरद पवार ने पुणे में बैठक बुलाई है। गुरुवार को पत्रकारो से बातचीत में तटकरे ने कहा कि मैं चार साल तक प्रदेश अध्यक्ष रहा। उसके पहले कई महत्वपूर्ण विभागों का मंत्री पद भी संभाला। पार्टी ने मुझे बहुत कुछ दिया। अब मैं फिर से प्रदेश अध्यक्ष बनने का इच्छुक नहीं हूं।

उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष के रूप में सबसे ज्यादा कार्यकाल मुझे मिला। अब किसी और को मौका मिलना चाहिए। यह पूछे जाने पर आप किस नेता को प्रदेश अध्यक्ष के रुप में देखना चाहते हैं? तटकरे ने कहा कि इसका एलान 29 अप्रैल को होने वाली पार्टी की बैठक में होगा। पार्टी में कई ऐसे नेता हैं जो यह पद संभालने की काबिलियत रखते हैं। उन्होंने कहा कि बतौर प्रदेश अध्यक्ष मैंने चार बार राज्य का दौरा किया। सत्ता से बेदखल होने के बाद पार्टी मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाने में सफल रही है। बतौर प्रदेश अध्यक्ष मैं अपने कार्यकाल से संतुष्ट हूं। 

कांग्रेस से गठबंधन पर राष्ट्रीय स्तर पर होगा फैसला 
तटकरे ने कहा कि विधान परिषद की 6 सीटों के लिए होने वाला चुनाव राकांपा कांग्रेस के साथ मिलकर लड़ना चाहती है। इस बारे में सीट बंटवारे का फैसला जल्द होगा। इसको लेकर राकांपा अध्यक्ष शरद पवार और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अंतिम फैसला लेंगे। उन्होंने कहा कि हमनें कोकण, परभणी और लातूर सीट मांगी है। सीट मांगी है। लातूर में हमारा संख्या बल ज्यादा है। फिर भी राकांपा अध्यक्ष पवार और राहुल गांधी जो फैसला लेंगे हमे मान्य होगा। 

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