विधानसभा चुनाव के लिए बन रही रणनीति, फिर एकजुट होगा विपक्ष
विधानसभा चुनाव के लिए बन रही रणनीति, फिर एकजुट होगा विपक्ष
डिजिटल डेस्क, मुंबई। लोकसभा चुनाव में बुरी तरह पराजित विपक्षी दल इस बात को लेकर हैरान हैं कि आखिर मोदी लहर के बगैर भाजपा-शिवसेना युति के उम्मीदवार तीन से चार लाख वोटों के अंतर से कैसे जीत गए। लोकसभा चुनाव में मिली हार के कारणों की समीक्षा कर विपक्ष ने एकजुट होकर विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया है। मंगलवार को विधान परिषद में विपक्ष के नेता धनंजय मुंडे के सरकारी आवास पर कांग्रेस व राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी व मित्रदलों की संयुक्त बैठक हुई। बैठक में एक बार फिर कांग्रेस व राकांपा सहित समान विचारधारा वाले सभी दलों के नेताओं ने एक साथ मिलकर चुनाव लड़ने की रणनीति बनाई। बैठक में लोकसभा चुनाव परिणाम की समीक्षा की गई। बैठक में मौजूद महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अशोक चव्हाण ने बताया कि बैठक में पहले राज्य में सूखे की विकट स्थिति को लेकर चर्चा की गई। साथ ही आगामी विधान सभा चुनाव के संबंध में भी बातचीत हुई। बैठक में तय किया गया कि विपक्ष एक बार फिर महाआघाड़ी के सभी दलों को इकट्ठा कर साथ में मिलकर चुनाव लड़ेगा। भविष्य में इस बारे में और भी बैठके होगी। इस दौरान श्री चव्हाण ने कहा कि ऐसा बिल्कुल भी नहीं लगता है कि कांग्रेस नेता राधा कृष्ण विखे पाटील कई विधायकों के साथ भारतीय जनता पार्टी में शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी हित के विपरीत काम करनेवाले विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
ईवीएम के खिलाफ प्रदर्शन
लोकसभा चुनाव हार चुके स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के अध्यक्ष राजू शेट्टी ने अपनी हार के लिए ईवीएम पर संदेह जताते हुए कहा कि चुनाव आयोग बताने को तैयार नहीं कि राज्य से 20 हजार ईवीएम कहां गए। समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष आजमी ने बताया कि आगामी 30 जून को वापपंथी दलों सहित कई पार्टियां ईवीएम के खिलाफ आजाद मैदान पर प्रदर्शन करेंगी। उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि बैलेट पेपर से चुनाव कराए जाएं।
वंचित बहुजन आघाडी हो साथः जयंत पाटील
वहीं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटील ने कहा कि लोकसभा चुनाव को लेकर जिस तरह के नतीजे आए हैं, उसे देखेते हुए लोगों के मन में ईवीएम को लेकर आशंका है। उन्होंने कहा कि हमे लगता है कि वंचित बहुजन आघाड़ी को महाअघाड़ी में शामिल होना चाहिए। हालांकि अभी इस बारे में हमारी किसी से बात नहीं हुई। एक सवाल के जवाब में श्री पाटील ने कहा कि महाराष्ट्र नव निर्माण सेना को महाआघाडी में शामिल किया जाए अथवा नहीं इस संबंध में फिलहाल कोई चर्चा नहीं हुई। सूत्रों के अनुसार बैठक में लोकसभा चुनाव के दौरान हुई राज ठाकरे की सभाओं की बाबत भी चर्चा हुई कि उनकी सभाओं में भीड़ तो जुटी पर आघाडी को उसका कोई लाभ नहीं मिला।
विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक
बैठक में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ अजित पवार, छगन भुजबल, पूर्व विधान सभा अध्यक्ष दिलीप वलसे पाटील, राकांपा सांसद सुनील तटकरे, विधानसभा में कांग्रेस के उपनेता विजय वडेट्टीवार, कांग्रेस नेता व विधायक नसीम खान, विधायक शरद रणपिसे,समाजवादी पार्टी के नेता व विधायक अबू आसिम आजमी, युवा स्वाभीमान पार्टी के नेता व विधायक रवि राणा, शेकाप नेता जयंत पाटील, विधायक जोगेंद्र कवाडे व राजेंद्र गवई (गवई गुट) सहित कई नेता उपस्थित थे।