फर्जी बिल से सरकार को लगाया 13 करोड़ का चूना
फर्जी बिल से सरकार को लगाया 13 करोड़ का चूना
डिजिटल डेस्क,मुंबई। फर्जी बिल के जरिए सरकार की आंखों में धूल झोंककर तिजोरी भरने वालों के खिलाफ मामला सामने आया है। एलटी मार्ग पुलिस ने फर्जी बिल के आधार पर सरकार को साढ़े तेरह करोड़ रुपए का चूना लगाने वाले आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। ठगी का यह गोरखधंधा साल 2006 से 2014 तक चला। पुलिस को शक है कि ठगी की रकम और ज्यादा हो सकती है। मामले में मेसर्स सत्यनारायण एंड सन्स के मालिक गंगेराम शर्मा समेत नौ कंपनियों के मालिकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
साठगांठ कर बनाता था फर्जी बिल
पुलिस ने बताया कि आरोपी बिक्रीकर विभाग से टीन नंबर हासिल कर रखा था। इसका इस्तेमाल कर वह फर्जी बिल बनाता था और उसे सांठगांठ कर दूसरे व्यापारियों को दे देता था। व्यापारी टैक्स बचाने और छूट हासिल करने के लिए आरोपियों द्वारा दिए गए फर्जी बिल का इस्तेमाल करते थे। एक अधिकारी ने बताया कि कंपनी ने इस दौरान किसी तरह की खरीद बिक्री नहीं की लेकिन वे लगातार बिल बनाते रहें। यह बिल वे व्यापारियों को देते थे जिसके जरिए व्यापारी बिक्रीकर में छूट हासिल करते थे। हालांकि खरीद बिक्री का पूरा लेखाजोखा रखना जरूरी है, लेकिन जांच के दौरान इसका कोई रिकार्ड नहीं मिला।
लगा चुके हैं 23 करोड़ का चूना
अब तक की छानबीन में खुलासा हुआ है कि आरोपियों ने राज्य सरकार को 23 करोड़ 52 लाख रुपए से ज्यादा का चूना लगाया है। फिलहाल सभी आरोपी फरार हैं इसलिए इस बात का खुलासा नहीं हो पाया है कि फर्जी बिल के बदले आरोपी व्यापारियों से कितनी रकम लेते थे। मामला सामने आते ही आरोपी जिस ढंग से फरार हुए हैं उससे पुलिस को इसमें आैर भी बड़े लोगों को शामिल होने का अंदेशा है। पुलिस बहरहाल फरार आरोपियों की तलाश व उनसे सच उगलवाने में जुटी हुई है , शीघ्र ही आरोपियों के पकड़े जाने की संभावना है।