प्रवासी मजदूरों के सफर पर एसटी ने खर्च किए 104 करोड़, महाराष्ट्र सीमा तक 3 लाख लोगों को पहुंचाया
प्रवासी मजदूरों के सफर पर एसटी ने खर्च किए 104 करोड़, महाराष्ट्र सीमा तक 3 लाख लोगों को पहुंचाया
डिजिटल डेस्क, मुंबई। कोरोना काल में लॉकडाउन के दौरान महाराष्ट्र राज्य मार्ग परिवहन महामंडल (एसटी) की बसों में 5 लाख 37 हजार 593 प्रवासी मजदूरों ने सफर किया। प्रवासी मजदूरों के एसटी की बसों के सफर के लिए राज्य सरकार ने 104.89 करोड़ रुपए खर्च किया। मंगलवार को मुख्यमंत्री कार्यालय ने यह जानकारी दी। इसके अनुसार एसटी की बसों से 3 लाख 9 हजार 493 प्रवासियों को महाराष्ट्र की सीमा तक पहुंचाया गया। जबकि 2 लाख 28 हजार 100 प्रवासियों को राज्य के विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर छोड़ा गया था।
बीते 31 मई तक एसटी बसों की 44 हजार 106 फेरियां चलीं। जिससे एसटी की बसों ने 152.42 लाख किलोमीटर सफर तय किया। मुख्यमंत्री सचिवालय ने बताया कि एसटी की बसों से गुजरात, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और कर्नाटक राज्य की सीमा तक 3 लाख 9 हजार 493 यात्रियों को पहुंचाया गया। वहीं उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, आसम, राजस्थान, आंध्रप्रदेश, कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, तमिलनाडू समेत कई प्रदेशों के 2 लाख 28 हजार 100 प्रवासी मजदूरों को राज्य के रेलवे स्टेशनों तक पहुंचाया गया।
राज्य में औरंगाबाद, बीड़, जालना, लातूर, नांदेड़, उस्मानाबाद, परभणी, मुंबई, पालघर, रायगड, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, ठाणे, नागपुर, भंडारा, चंद्रपुर, गडचिरोली, वर्धा, कोल्हापुर, पुणे, सांगली, सातारा, सोलापुर, नाशिक, अहमदनगर, धुलिया, जलगांव, नाशिक, अमरावती अकोला, बुलढाणा और यवतमाल जिले से एसटी की बसें चलाई गईं।