576 करोड़ खर्च करने के लिए बावजूद खेलों के लिए कुछ नहीं कर सकी सरकार
576 करोड़ खर्च करने के लिए बावजूद खेलों के लिए कुछ नहीं कर सकी सरकार
डिजिटल डेस्क, मुंबई। खेल नीति बनाने और 576 करोड़ की भारीभरकम रकम खर्च करने के बावजूद महाराष्ट्र सरकार अंतर्राष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतिभाओं को तैयार करने के लिए जरूरी संसाधन की व्यवस्था नहीं कर सकी। इसके लिए भारत के नियंत्रक व महालेखा परीक्षक (कैग) की रिपोर्ट में राज्य सरकार की आलोचना की गई है। विधानमंडल के बजट सत्र के अंतिम दिन बुधवार को कैग की यह रिपोर्ट दोनों सदनों में पेश की गई।
कैग की रिपोर्ट में राज्य सरकार की आलोचना
कैग रिपोर्ट के अनुसार खेलों को ब़ढ़ावा देन के लिए खेल नीति के तहत राज्य सरकार ने कोई कार्य योजना तैयार नहीं कर सकी। जमीन अधिग्रहण न पाने और समय पर पर्याप्त निधि न मिलने से खिलाडियों के लिए तैयार इंफ्रास्टेक्चर सुविधाओं का इस्तेमाल नहीं हो सका। रिपोर्ट में खेल अकादमियों के कामकाज को लेकर भी असंतोष व्यक्त किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि 576 करोड़ खर्च करने के बावजूद सरकार खेलों व खिलाडियों के लिए कुछ नहीं कर सकी।
राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज विवि के शैक्षणिक स्तर के लिए कदम उठाए सरकार
कैग कि रिपोर्ट में राष्टसंत तुकडोजी महाराज विश्वविद्यालय, नागपुर के कामकाज पर सवाल खड़े किए गए हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि शैक्षणिक परिषद का कामकाज निष्प्रभावी रहा। परिषद जनादेश को पूरा करने नें विफल रहा। चालू अभ्यासक्रमों की समीक्षा और फिजीबिल्टी रिपोर्ट तैयार करने के लिए कमेटी का गठन नहीं किया जा सका। विश्वविद्यालय के हास्टल जलापूर्ति का हालत खराब है और शौचालयों की स्थिति भी संतोषजनक नहीं। कैग ने अपनी रिपोर्ट में सिफारिश की है कि विश्वविद्यालय का शैक्षणिक स्तर बनाए रखन के लिए सरकार क जरूरी कदम उठाने चाहिए।