सोहराबुद्दीन मुठभेड मामले में गवाह ने बदला बयान, कोर्ट में कहा-मुझे कुछ याद नहीं 

सोहराबुद्दीन मुठभेड मामले में गवाह ने बदला बयान, कोर्ट में कहा-मुझे कुछ याद नहीं 

Bhaskar Hindi
Update: 2018-02-01 14:28 GMT
सोहराबुद्दीन मुठभेड मामले में गवाह ने बदला बयान, कोर्ट में कहा-मुझे कुछ याद नहीं 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। सोहराबुद्दीन मुठभेड मामले में अभियोजन पक्ष का एक गवाह सीबीआई कोर्ट में अपने बयान से मुकर गया। पुणे में ढाबा चलाने वाला यह शख्स इस मामले का 28 वां गवाह था। गवाह ने पहले सीबीआई को दिए अपने बयान में कहा था कि गुजरात पुलिस के कर्मी उसके ढाबे पर एक शख्स को लेकर आए थे, जिसका नाम तुलसीराम प्रजापति बताया गया था। प्रजापति सोहराबुद्दीन का सहयोगी था। जो पुलिस के साथ हुई मुठभेड में मारा गया था। लेकिन जब अदालत में सीबीआई के वकील ने गवाह से बयान के बारे में पूछा तो वह अपने पहले के बयान से मुकर गया। 


सोहराबुद्दीन मुठभेड मामले में चल रही है सुनवाई

गवाह ने अदालत में कहा कि उसका ढाबा हाइवे पर है इसलिए कई राज्यों के पुलिसकर्मी उसके यहां खाना-खाने के लिए अक्सर आते रहते हैं। इसलिए हो सकता है कि गुजरात के पुलिसकर्मी भी उसके ढाबे में आए हो लेकिन वे कब आए थे यह उसे याद नहीं है। गवाह ने कहा कि उसे इस बात का स्मरण नहीं है कि गुजरात के कितने पुलिसकर्मी उसके ढाबे पर आए थे। इस दौरान सीबीआई के वकील ने गवाह को उसके बयान के आधार पर सवाल किए लेकिन वह अपने बयान से मुकर गया। गवाह ने कहा कि उसे याद नहीं कि उसने किसी को गाड़ी में खाना ले जाकर दिया था। 


22 आरोपियों के खिलाफ मुकदमा जारी, आपराधिक षडयंत्र और सबूतों को नष्ट करने का आरोप

गौरतलब है कि इस मामले को लेकर सीबीआई कोर्ट में 22 आरोपियों के खिलाफ मुकदमा चल रहा है। जिसमें गुजरात, राजस्थान व आंध्रप्रदेश के पुलिसकर्मी आरोपी हैं। इन पर हत्या, आपराधिक षडयंत्र और सबूतों को नष्ट करने का आरोप है। अदालत ने अब तक इस मामले से 15 आरोपियों को बरी किया है। साल 2006 में हुई पुलिस मुठभेड में सोहराबुद्दीन व प्रजापति  मारे गए थे।

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