गड्ढे से पटा सिल्लेवाड़ा-चनकापुर मार्ग, बंद स्ट्रीट लाइटों से छाया रहता है अंधेरा
खापरखेड़ा गड्ढे से पटा सिल्लेवाड़ा-चनकापुर मार्ग, बंद स्ट्रीट लाइटों से छाया रहता है अंधेरा
डिजिटल डेस्क, खापरखेड़ा| सिल्लेवाड़ा में वर्षों पुरानी कोयला खदान है। नागरिकों की सुविधाओं के मद्देनजर वेकोलि ने मार्ग पर पथ दीप लगाए गए, लेकिन रखरखाव के अभाव में अधिकतर पथदीप बंद पड़े हैं। मार्ग वेकोलि के अधीनस्थ होने से रखरखाव की जिम्मेदारी भी वेकोलि की है। बावजूद इसके वेकोलि प्रशासन समस्याओं को लेकर गंभीर नहीं है। हाल ही में सिल्लेवाड़ा (पोटा) चनकापुर मार्ग का सीमेंटीकरण किया गया था, लेकिन कुछ ही दिनों में मार्ग खस्ताहाल होकर बड़े-बड़े गड्ढों में तब्दील हो गया। जिससे आवागमन के दौरान नागरिकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही पिछले दो माह से पथदीप भी बंद है। वहीं मार्ग के दोनों ओर कंटिली झाड़ियां उग जाने से परेशानी बढ़ गई है।
खापरखेड़ा से तकरीबन 5 किमी दूरी पर सिल्लेवाड़ा गांव है। खापरखेड़ा में बिजली उत्पादन केंद्र होने से मुख्य बाजार, स्कूल, संस्थान, सरकारी व अर्धसरकारी कार्यालय के लिए सिल्लेवाड़ा, पोटा, चनकापुर आदि परिसर से रोजाना छात्रों, महिलाओं, श्रमिकों व नागरिकों को इसी मार्ग से खापरखेड़ा आना-जाना पड़ता है। मार्ग पर बार व देसी शराब की दुकानें भी हैं। शाम ढलते ही मार्ग के इर्द-गिर्द शराबियों का जमघट लगा रहता है। ऐसे में स्ट्रीट लाइट बंद रहने से आवागमन को लेकर खासकर महिला व युवतियों में भय का माहौल बना रहता है। समस्या को देखते हुए खस्ताहाल हो चुके मार्ग की मरम्मत व बंद पड़े स्ट्रीट लाइट जल्द शुरू करने की मांग सिल्लेवाड़ा पोटा के नागरिकों ने की हैं, ताकि भविष्य में किसी बड़ी अनहोनी को टाला जा सके।