शिवसेना का मतलब महाराष्ट्र नहीं, फडणवीस बोले - अजित का दर्द मुझे मालूम है, लेकिन नहीं बोलूंगा
शिवसेना का मतलब महाराष्ट्र नहीं, फडणवीस बोले - अजित का दर्द मुझे मालूम है, लेकिन नहीं बोलूंगा
डिजिटल डेस्क, मुंबई। भाजपा के नेताओं को महाराष्ट्र द्रोही कहने वाली शिवसेना पर विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने पलटवार किया है। बुधवार को पुणे में फडणवीस ने कहा कि हम सभी महाराष्ट्र के हैं। हमने महाराष्ट्र की अस्मिता के लिए काम किया है। मेरे मुख्यमंत्री रहते गुजरात से ज्यादा निवेश महाराष्ट्र में हुआ। फडणवीस ने कहा कि शिवसेना का मतलब महाराष्ट्र नहीं है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी क्षेत्रों में गुजरात के मुकाबले महाराष्ट्र आगे गया। हमने भाजपा सरकार में महाराष्ट्र को देश में नंबर एक पर पहुंचाया था। इसका मुझे अभिमान है। फडणवीस ने कहा कि शिवसेना के नेताओं को यह नहीं समझना चाहिए कि वे मतलब महाराष्ट्र हैं। फडणवीस ने कहा कि किसी के कहने से कोई महाराष्ट्रद्रोही नहीं होता है। इस बीच फडणवीस ने विधान परिषद की पुणे स्नातक निर्वाचन क्षेत्र की सीट पर मतदाताओं के फर्जी पंजीयन होने के जलंसाधन मंत्री जयंत पाटील के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि राकांपा को हार सामने नजर आने लगी है। हार सामने दिखने पर ईवीएम दिखने लगती है अब फर्जी रजिस्ट्रेशन नजर आने लगा है।
मुझे आश्चर्य हुआ कि शिवसेना बिहार का अनुकरण करेगी- फडणवीस
लव जिहाद के खिलाफ कानून को लेकर फडणवीस ने शिवसेना पर कटाक्ष किया है। फडणवीस ने कहा कि आश्चर्य हो रहा है कि शिवसेना अब बिहार का अनुकरण करेगी। महाराष्ट्र प्रगतिशील प्रदेश है। महाराष्ट्र को बिहार का अनुकरण करना पड़े, यह बडे आश्चर्य की बात है। फडणवीस ने कहा कि सत्ता में आने के बाद राऊत बदल गए हैं। राऊत ने शिवसेना के मुखपत्र सामना में साल 2014, साल 2015 और साल 2016 में ‘लव जिहाद’ के विरोध में अग्रलेख लिखा था। एक समय था कि शिवसेना वेलेन्टाइन डे मनाने के लिए बैठे प्रेमी जोड़ों की पिटाई करती थी। लेकिन अब शिवसेना का रूख नरम पड़ गया है। इससे पहले राऊत ने कहा था कि भाजपा लव जिहाद के खिलाफ बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कानून बनवाए। इसके बाद महाराष्ट्र सरकार इस पर विचार करेगी।
अजित का दर्द मुझे मालूम है लेकिन मैं बोलूंगा नहीं- फडणवीस
फडणवीस ने कहा कि उपमुख्यमंत्री अजित पवार का असली दर्द क्या है। यह मुझे मालूम है लेकिन मैं इस बारे में बोलूंगा नहीं। इससे पहले बुधवार सुबह उपमुख्यमंत्री ने सातारा के कराड में कहा था कि 105 विधायकों के बावजूद सत्ता में नहीं होना भाजपा का असली दर्द है।