शरद पवार बोले - प्रदेश में बदलाव के लिए महाविकास आघाड़ी मिलकर लड़ेगी लोकसभा और विधानसभा चुनाव

रणनीति शरद पवार बोले - प्रदेश में बदलाव के लिए महाविकास आघाड़ी मिलकर लड़ेगी लोकसभा और विधानसभा चुनाव

Bhaskar Hindi
Update: 2023-03-06 15:49 GMT
शरद पवार बोले - प्रदेश में बदलाव के लिए महाविकास आघाड़ी मिलकर लड़ेगी लोकसभा और विधानसभा चुनाव

डिजिटल डेस्क, मुंबई। राकांपा के अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि प्रदेश में जनता बदलाव चाहती है। इसलिए मेरा प्रयास रहेगा कि साल 2024 में होने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनाव में महाविकास आघाड़ी एकजुट रहे और महाविकास आघाड़ी लोकसभा और विधानसभा चुनाव मिलकर लड़े। सोमवार को पुणे में पत्रकारों से बातचीत में पवार ने कहा कि मैं राज्य के कई जिलों में जा रहा हूं। मुझे लोग कहते हैं कि हमें बदलाव चाहिए। जनता भी चाहती है कि महाविकास आघाड़ी  एकजुट होकर चुनाव लड़े। इसलिए मैं कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव गुट), शेतकरी कामगार पक्ष और छोटे दलों से मिलकर चुनाव लड़ने को लेकर चर्चा करूंगा। शिवसेना की सहयोगी वंचित बहुजन आघाड़ी (वीबीए) के अध्यक्ष प्रकाश आंबेडकर की भूमिका के सवाल पर पवार ने कहा कि महाविकास आघाड़ी में शामिल दलों के बीच आगामी चुनाव लड़ने के विषय में एक राय है। वीबीए महाविकास आघाड़ी का हिस्सा नहीं है। इसलिए वीबीए के बारे में मुझे बोलने का अधिकार नहीं है। पवार ने कहा कि हम लोग देश भर में विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश कर रहे हैं। विपक्ष की एकजुटता में कांग्रेस का होना जरूरी है। कांग्रेस की चुनाव में सफलता और विफलता को छोड़ दीजिए। लेकिन देश के हर गांव में कांग्रेस के कार्यकर्ता हैं। इसलिए विपक्ष की एकजुटता में कांग्रेस की भूमिका महत्वपूर्ण है।  

मुझे धंगेकर के जीत का विश्वास नहीं था- पवार 

राकांपा अध्यक्ष शरद पवार से पुणे के कसबा पेठ सीट पर नवनिर्वाचित विधायक रवींद्र धंगेकर ने सोमवार को पुणे में मुलाकात की। इसके बाद पवार ने कहा कि मुझे कसबा पेठ सीट के उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी धंगेकर के जीत को लेकर विश्वास नहीं था। क्योंकि कसबा पेठ निर्वाचन क्षेत्र के कुछ इलाका भाजपा का गढ़ रहा है। इसके अलावा पुणे के भाजपा सांसद गिरीश बापट कसबा पेठ सीट से पांच बार विधायक रह चुके हैं। इसको देखते हुए मेरा अनुमान था कि उपचुनाव में कांग्रेस की जीत आसान नहीं होगी। लेकिन उपचुनाव में भाजपा के प्रदेश नेतृत्व ने उम्मीदवारी को लेकर सांसद बापट और दिवंगत विधायक मुक्ता तिलक के परिवार से कोई चर्चा नहीं की थी। इससे भाजपा कार्यकर्ताओं में थोड़ी नाराजगी थी। दूसरी ओर कांग्रेस ने धंगेकर के रूप में बेहतर उम्मीदवार उतारा था। पवार ने कहा कि लोगों ने मुझे बताया कि कांग्रेस विधायक धंगेकर कभी चार पहिया वाहन का इस्तेमाल नहीं करते हैं। वे अपने इलाके में हमेशा दो पहिया स्कूटर पर सफर करते हैं। इसलिए जन सामान्य लोगों ने धंगेकर को पंसद किया। 
 

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