कृषि विभाग बनाएगा जालना में सीड पार्क, मिलेंगे रोजगार के नए अवसर
कृषि विभाग बनाएगा जालना में सीड पार्क, मिलेंगे रोजगार के नए अवसर
डिजिटल डेस्क, मुंबई। जालना में प्रस्तावित सीड पार्क को राज्य सरकार का कृषि विभाग बनाएगा। जबकि महाराष्ट्र राज्य औद्योगिक विकास महामंडल (MIDC) की तरफ से जरूरी आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। मंगलवार को राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में यह फैसला लिया गया। सीड पार्क में प्रसंस्करण सुविधाएं, बीज रखने के लिए आधुनिक गोदाम, भंडारण सुविधा, बीज लैब और विकास सुविधाएं, बीज विकास और प्रमाणीकरण के लिए डेमो प्लॉट के साथ ही बीज उत्पादक किसानों के खेतों में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। सरकार के दावे के अनुसार जालना के सीड पार्क से मराठवाड़ा के 40 हजार लोगों को रोजगार उपलब्ध हो सकेगा। लगभग 6 हजार करोड़ रुपए का वार्षिक कारोबार होगा। इससे पहले राज्य मंत्रिमंडल ने सीड पार्क बनाने के लिए 109.30 करोड़ रुपए मंजूर किया था।
15 हजार करोड़ का है बीज बाजार
विश्व भर में बीज तैयार करने के उद्योग में भारत छठवें स्थान पर है। इस उद्योग का देश में वार्षिक कारोबार 15 हजार करोड़ रुपए का है। राज्य में हर साल 5 हजार करोड़ रुपए का कारोबार होता है जिसमें अकेले जालना में 3 हजार करोड़ रुपए का व्यापार होता है। जालना में 20 हजार किसान बीज उत्पादन क्षेत्र में काम करते हैं। इन्हें हर साल 250 करोड़ रुपए की आय होती है। जबकि मजदूरों को प्रति वर्ष 150 करोड़ रुपए का रोजगार मिलता है। पर सीड पार्क बनने के बाद अगले पांच साल में बीज उद्योग का कारोबार तीन हजार करोड़ से बढ़ करके 6 हजार करोड़ रुपए तक होने की उम्मीद है। किसानों की आय 400 करोड़ रुपए से बढ़कर 600 करोड़ रुपए करने का लक्ष्य है। बीज उद्योग वृद्धि दर वार्षिक 12 प्रतिशत से बढ़ करके 18 प्रतिशत होने की उम्मीद है।