महाराष्ट्र में कमजोर हुई भगवा लहर, मजबूत हुआ विपक्ष
महाराष्ट्र में कमजोर हुई भगवा लहर, मजबूत हुआ विपक्ष
डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा-शिवसेना महायुति ने सत्ता में वापसी की है पर चुनाव परिणाम सत्ताधारी दल के उम्मीदों के विपरित आए हैं। विधानसभा में विपक्ष की स्थिति मजबूत हुई है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी जहां फायदे में रही वहीं भाजपा को नुकसान उठाना पड़ा है। भाजपा के लिए शिवसेना के साथ मिलकर चुनाव लड़ना घाटे का सौदा साबित हुआ है। दोनों दलों के बागियों के चलते भाजपा-शिवसेना के कई उम्मीदवारों को हार का सामना करना पड़ा। करीब 5 माह पहले हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा-शिवसेना ने राज्य में भारी जीत हासिल की थी। 288 में से 227 सीटों पर बढ़त हासिल करने वाली भाजपा-शिवसेना गठबंधन को विधानसभा चुनाव में 165 सीटों पर जीत मिली है। चुनाव परिणामों से भाजपा खेमे में जहां निराशा हैं वहीं विपक्ष हार कर भी जीत का अनुभव कर रहा है। विधानसभा चुनाव में राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने अपना दमखम दिखाया है। ऐन चुनाव के मौके पर दलबदल करने वाले कई नेताओं को हार का सामना करना पड़ा है।
विदर्भ में महायुति को झटका
पिछले विधानसभा में जबरजस्त सफलता हासिल करनेवाली भाजपा व शिवसेना को इस बार विदर्भ में तगड़ा झटका लगा है। विदर्भ में इस बार भाजपा व शिवसेना की सीटे कम हुई जबकि कांग्रेस को लाभ हुआ है। मौजूदा कृषि मंत्री डा.अनिल बोंडे, राज्यमंत्री मदन येरावार, आदिवासी विकास राज्य मंत्री परिणय फुके व पूर्व मंत्री राजकुमार बडोले को हार का सामना करना पड़ा है। वहीं मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, वित्तमंत्री सुधीर मुनगंटीवार व विधानसभा में कांग्रेस के विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार तथा कांग्रेस नेता नाना पटोले ने जीत हासिल की है। कुल मिला कर पूर्व व पश्चिम विदर्भ में भाजपा की सीटें कम हुई हैं।
मराठावाड़ा में राकांपा ने युति को रोका
शिवसेना-भाजपा का गढ़ माने जानेवाले मराठवाड़ा में भी महायुति को अपेक्षित सफलता नहीं मिली। यहां पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने महायुति को झटका दिया है। मराठवाड़ा में भाजपा को कई सीटों पर हार का सामना करना पड़ा है। बीड़ में भाजपा की ग्रामीण विकास मंत्री पंकजा मुंडे व शिवसेना के फलोत्पादन मंत्री जयदत्त क्षीरसागर को पराजय का सामना करना पड़ा है। बीड़ व परभणी में राकांपा का प्रदर्शन अच्छा रहा है। जबकि नांदेड़ में कांग्रेस ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है। यहां से पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण के अलावा विधानसभा अध्यक्ष हरिभाऊ बागडे, जलापूर्ति मंत्री बबनराव लोणीकर, केंद्रीय राज्य मंत्री रावसाहब दानवे के बेटे संतोष दानवे ने चुनाव में जीत हासिल की है। जबकि पशुपालन राज्यमंत्री अर्जुन खोतकर, उस्मानाबाद से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री मधुकर चव्हाण को पराजय का सामना करना पड़ा है।
खडसे की बेटी को मिली हार
भाजपा के वरिष्ठ नेता एकनाथ खडसे की बेटी रोहणी खडसे व राकांपा के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल के बेटे पंकज की हार उत्तर महाराष्ट्र के चुनाव परिणाम में चौकानेवाला रहा। मुक्ताईनगर से शिवसेना के बागी उम्मीदवार चंद्रकांत पाटील ने रोहणी खडसे को हराया है। शिवसेना नेता सुहास कांदे ने भुजबल के बेटे पंकज को पटखनी दी है। हालांकि उत्तर महाराष्ट्र में युति के लिए चुनाव परिणाम संतोषजनक रहा। भाजपा को नाशिक शहर की तीन सीटे जीतने में सफलता मिली। जामनेर में जल संसाधन मंत्री गिरीश महानजन, शिर्डी से गृह निर्माणमंत्री राधा कृष्ण विखे पाटील, मालेगांव से राज्य मंत्री दादा भुसे ने जीत हासिल की है। इसके अलावा विधानसभा के उपाध्यक्ष विजय औटी व पूर्व मंत्री बबन राव पाजपुते को हार का सामना करना पड़ा है। वहीं 1995 से लगातार विधानसभा पहुंच रहे भाजपा के शिवाजी कर्डीले को भी हार मिली है।
पार्टी 2019 2014 नफा/नुकसान
भाजपा 103 122 -20
शिवसेना 56 63 + 6
कांग्रेस 46 42 - 02
राकांपा 54 41 + 13
बविआ 03 03 --
एमआईएम 02 02 --
सपा 02 01 +1
मनसे 01 01 --
वबआ 01 01 +01
शेकाप 01 03 - 2
माकपा 01 01 --
रासप 02 01 +01
निर्दलिय 13 07 +06
अन्य 03 -- --