लालबत्ती का मोह नहीं छोड़ पा रहे महापौर, आरटीओ से नोटिस जारी 

लालबत्ती का मोह नहीं छोड़ पा रहे महापौर, आरटीओ से नोटिस जारी 

Bhaskar Hindi
Update: 2017-10-17 14:03 GMT
लालबत्ती का मोह नहीं छोड़ पा रहे महापौर, आरटीओ से नोटिस जारी 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। केंद्रीय मंत्री से लेकर सीएम तक भले ही अपनी गाड़ी से लालबत्ती हटा चुके हैं, लेकिन मुंबई के महापौर लालबत्ती का मोह नहीं छोड़ पा रहे हैं। महापौर विश्वनाथ म्हाडेश्वर ने अपनी नई इनोवा कार पर लालबत्ती लगा ली है। इसको लेकर ताडदेव आरटीओ ने नोटिस जारी किया है। दरअसल केंद्रीय सड़क यातायात मंत्रालय द्वारा 1 मई 2017 को जारी नोटिफिकेशन के अनुसार अब जो लोग अपने वाहनों पर लालबत्ती लगा सकते हैं, उसमें महापौर शामिल नहीं हैं। इसलिए आरटीओ ने महापौर की कार पर लगी लालबत्ती को अवैध बताते हुए हटाने को कहा है। 

महापौर लालबत्ती हटाने को तैयार नहीं

इस साल फरवरी में शिवसेना नेता म्हाडेश्वर मुंबई के महापौर बने थे। मनपा अधिकारी ने अनुसार महापौर ने अपनी नई कार पर यह लाल बत्ती लगाई है। शुक्रवार से उन्होंने इस कार का इस्तेमाल शुरु किया है। महापौर लालबत्ती हटाने के लिए तैयार नहीं हैं। मुंबई मनपा में शिवसेना का सत्ता है जबकि केंद्र व राज्य में भाजपा सत्तारुढ है। इन दिनों शिवसेना-भाजपा का बीच छत्तीस का आकड़ा है। इस लिए महापौर मोदी सरकार के आदेश को अंगुठा दिखा रहे हैं। इस बीच महापौर की 19 लाख की नई कार की कीमतों को लेकर भी विवाद सामने आया है।  

मोदी सरकार का वीआइपी कल्चर पर अंकुश

गौरतलब है कि देश में बढ़ते वीआइपी कल्चर पर अंकुश लगाते हुए मोदी सरकार ने इस साल मई में सभी नेताओं, जजों तथा सरकारी अफसरों की गाडि़यों से लाल बत्ती हटाने का निर्णय लिया था। इनमें राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, केंद्रीय मंत्री, सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश, उच्च न्यायालयों के न्यायाधीश, राज्यों के सीएम, मंत्री और सभी सरकारी अफसरों के वाहन शामिल हैं। अब केवल एंबुलेंस, फायर सर्विस जैसी आपात सेवाओं के अलावा पुलिस और सेना के अधिकारियों के वाहनों पर नीली बत्ती लगेगी। यह फैसला एक मई 2017 से लागू किया गया है।

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