टाइम लिमिट की बैठक में सीएम हेल्पलाइन की समीक्षा
सतना टाइम लिमिट की बैठक में सीएम हेल्पलाइन की समीक्षा
डिजिटल डेस्क,सतना। मध्यान्ह भोजन योजना (एमडीएम) के तहत डिस्पैच किए गए कुल ८७ हजार मीट्रिक टन चावल में से १६ हजार मीट्रिक टन चावल तो गंतव्य तक पहुंचा, मगर शेष ७१ हजार एमटी चावल आखिर कहां गया? टाइम लिमिट की बैठक में सोमवार को एमडीएम के कामकाज की समीक्षा के दौरान कलेक्टर अनुराग वर्मा का यह सवाल अनुत्तरित रहा। गंभीर किस्म की इस असमानता पर कलेक्टर ने नान के डीएम के प्रति कड़ी नाराजगी जताई। सवाल यह भी है कि इस चमत्कार के प्रति सबसे ज्यादा जवाबदेह जिला पंचायत की मानीटरिंग आखिर क्या कर रही थी?
८ एडीएम समेत १८ राजस्व अफसरों को शोकॉज :-
+ पीएचई के ईई से भी जवाब तलब
राजस्व प्रकरणों के निराकरण की कछुआ चाल से नाराज कलेक्टर ने उचेहरा के एसडीएम और तहसीलदार को छोड़कर जिले के शेष ८ अनुविभागीय अधिकारियों और १० तहसीलदारों को कारण बताओ नोटिस देकर जवाब तलब करन के निर्देश दिए। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी में सीएम हेल्पलाइन की 84 शिकायतें बढऩे पर कार्यपालन यंत्री रावेंद्र सिंह को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। इसी बीच 6070 आवासों की तीसरी किस्त के बाद भी 5834 आवास अपूर्ण पाए जाने पर सख्त आपत्ति भी जताई गई।
जांच के घेरे में संजीवनी :----------
+ निशाने पर सीएमओ और सीएस
कलेक्टर अनुराग वर्मा ने सवाल उठाया कि आखिर, जिला अस्पताल जाने वाले प्रसव के ज्यादातर मामले बस स्टैंड में संचालित संजीवनी हास्पिटल क्यों पहुंच रहे हैं? सीएस डा.रेखा त्रिपाठी और सीएमएचओ डा.एके अवधिया इस सवाल का संतोष जनक जवाब नहीं दे पाए। कलेक्टर ने दो टूक चेतावनी दी कि अगर भविष्य में ऐसा हुआ तो दंडात्मक कार्यवाही तय है। कलेक्टर ने दोषियों को चिन्हित कर
उनके खिलाफ एफआईआर कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि दलालों और दोषियों की सीसीटीवी फुटेज से चिन्हित करें। इन पर निरंतर नजर रखें। कलेक्टर ने संजीवनी अस्पताल प्रबंधन को नोटिस देने और पूरे प्रकरण की जांच करने के भी निर्देश दिए।
सख्त नाराजगी जताई कि बस स्टैंड में संचालित
दिन बचे ६: हजार शिकायतों के निपटारे का लक्ष्य :---
सीएम हेल्पलाइन की प्रगति की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने इस हफ्ते एक हजार शिकायतों के निराकरण का लक्ष्य रखा। उन्होंने कहा कि गति बढ़ाकर अधिकतम वेटेज प्राप्त करने के प्रयास करें। अभी १० हजार ८७८ शिकायतें पेंडिंग हैं। उल्लेखनीय है, एक हफ्ते में प्रदेश के बड़े जिलों की ग्रेडिंग में सतना की ग्रेडिंग एक पायदान खिसक कर नीचे चली गई है। अब छिंदवाड़ा पहले और सिवनी दूसरे नंबर पर है। कलेक्टर ने रामपुर बघेलान, मैहर और अमरपाटन ब्लाक में शिकायतें बढऩे पर कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी को नोटिस देने के निर्देश दिए। उन्होंने समाधान ऑनलाइन के मामले २१ फरवरी तक निपटाने की हिदायत भी दी। एक जिला एक उत्पाद की प्रगति की जानकारी में बताया गया कि खाद्य प्रसंस्करण के ४४ मामलों में से ५ प्रकरणों को स्वीकृति मिली है। प्रिकॉशन डोज नहीं लेने पर फ्रंट लाइन वर्कर्स की वेतन पर रोक है।
ये भी थे मौजूद :-
बैठक में नगर निगम की कमिश्नर तन्वी हुड्डा, जिला पंचायत के सीईओ डा.परीक्षित राव, एसडीएम धर्मेन्द्र मिश्रा, सुरेश गुप्ता, सुरेश यादव, केके पांडेय, एचके धुर्वे,राजेश मेेहता,सुरेश बेक,सभी जनपदों के सीईओ, नगरीय निकायों के सीएमओ और सभी विभाग प्रमुख उपस्थित रहे।