चौकीदार की हत्या का खुलासा, पिता-पुत्र समेत 4 गिरफ्तार
सतना चौकीदार की हत्या का खुलासा, पिता-पुत्र समेत 4 गिरफ्तार
डिजिटल डेस्क, सतना। उचेहरा थाना अंतर्गत बाबूपुर-डोगरी में पीएचई की टंकी के चौकीदार विजय सिंह पुत्र बुद्ध सिंह दाहिया 41 वर्ष, निवासी पुरषोत्तमपुर जिला पन्ना, की अंधी हत्या का खुलासा कर पुलिस ने पिता-पुत्र समेत 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। एसपी आशुतोष गुप्ता ने बताया कि 11 जून की रात को लगभग 12 बजे विजय बाबूपुर-डोगरी की तरफ से शराब पीकर पानी की टंकी में सोने जा रहा था। इस दौरान रास्ते में ओपेन वेयर हाउस का गार्ड नरेश पाल उर्फ लाली पुत्र रामदीन पाल 40 वर्ष, निवासी अतरहार, मिल गया, जिसे देखते ही उसने गाली देनी शुरू कर दी। तब नरेश ने पहले तो विरोध किया, मगर जब विजय नहीं माना तो वेयर हाउस की सुरक्षा में तैनात रामेश्वर सिंह पटेल पुत्र रामकुमार सिंह 62 वर्ष, उसके बेटे सूरज पटेल 25 वर्ष और भौप्रसाद सिंह पुत्र मथुरा सिंह पटेल 45 वर्ष, सभी निवासी अतरहार, को आवाज लगाकर बुला लिया। चारों ने एक साथ लाठी-डंडों से विजय पर हमला बोल दिया और तब तक पीटते रहे जब तक उसकी सांसें नहीं थम गईं। चौकीदार की मौत के बाद आरोपियों ने उसका मोबाइल निकाल लिया और लाश को पॉलीथिन में लपेटकर घटना स्थल से 5 सौ मीटर दूर ले जाकर सड़क किनारे फेंक दिया। आरोपियों ने हत्या में प्रयुक्त डंडे, पत्थर, मोबाइल और पॉलीथिन पुलिया के नीचे छिपा दिए थे।
ऐसे आरोपियों तक पहुंची पुलिस ---
गौरतलब है कि 12 जून की सुबह डोगरी बस्ती के पास चौकीदार की लाश मिली थी, मगर पहले उसकी शिनाख्त नहीं हो पाई। काफी कोशिशों के बाद पहचान कर परिजनों से संपर्क किया गया, लेकिन कोई भी लाश लेने के लिए तैयार नहीं था। अंतत: दो दिन बाद पिता बुद्ध सिंह दाहिया ने छतरपुर से आकर शव का अंतिम संस्कार उचेहरा में किया, जिससे पूछताछ में ज्ञात हुआ कि मृतक नशे का आदी था। बीते कई सालों से उसका परिवार से कोई संबंध नहीं था। ऐसे में मुखबिरों को सक्रिय करने के साथ ही साइबर सेल की मदद से पड़ताल शुरू की गई तो वेयर हाउस की रखवाली करने वाले रामेश्वर सिंह, भौप्रसाद सिंह, नरेश पाल और सूरज पटेल की गतिविधियां संदिग्ध लगीं। तब चारों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो आरोपियों ने जुर्म स्वीकार कर लिया। अंधी हत्या का खुलासा करने पर एसपी ने पुलिस टीम को 10 हजार के नकद पुरस्कार से पुरस्कृत करने की घोषणा की है।
इस टीम को मिली सफलता ---
अंधी हत्या के खुलासे में एसडीओपी मोहित यादव, उचेहरा टीआई डीआर शर्मा, नागौद टीआई राजेन्द्र मिश्रा, जसो टीआई रामहर्ष सोनकर, कोठी टीआई भूपेन्द्रमणि पांडेय, सिंहपुर थाना प्रभारी शैलेन्द्र पटेल, अमरपाटन थाना प्रभारी संदीप भारतीय, साइबर सेल प्रभारी अजीत सिंह, एसआई विशन सिंह, एसएस वर्मा, एसआई दीपेश पटेल, राजेश गर्ग, दीपेश कोल, प्रधान आरक्षक आरके कुशवाहा, आरक्षक संदीप सिंह, महीप तिवारी, निखिल यादव, शैलेन्द्र यादव, कवीन्द्र त्रिपाठी, लोकेश परमार, मनोज गुप्ता, अनिल यादव, रवीन्द्र अवस्थी, मुकेश यादव और संजय कुमार ने अहम भूमिका निभाई।