गठबंधन की राजनीति से राजू शेट्टी का मोहभंग, लोकसभा की 6 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने की तैयारी
कर लिया फैसला गठबंधन की राजनीति से राजू शेट्टी का मोहभंग, लोकसभा की 6 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने की तैयारी
डिजिटल डेस्क, मुंबई, अमित कुमार. भाजपा और कांग्रेस-राकांपा के साथ गठजोड़ कर चुके स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के अध्यक्ष तथा पूर्व सांसद राजू शेट्टी का गठबंधन की राजनीति से मोहभंग हुआ नजर आ रहा है। जहां दिल्ली में 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए विपक्ष की गोलबंदी चल रही है, वहीं शेट्टी आम चुनाव अकेले लड़ने के मूड में हैं। उनकी पार्टी स्वाभिमानी शेतकरी संगठन ने महाराष्ट्र में लोकसभा की छह सीटों पर चुनावी तैयारी शुरू कर दी है। रविवार को पूर्व सांसद शेट्टी ने "दैनिक भास्कर’ से बातचीत में यह जानकारी दी। शेट्टी ने बताया कि स्वाभिमानी शेतकरी संगठन ने 6 सीटों को चिन्हित किया है। इनमें हातकणंगले, कोल्हापुर, माढ़ा, सांगली, परभणी और बुलढाणा का समावेश है।
अच्छा नहीं रहा अनुभव
शेट्टी ने कहा कि मैं भाजपा और कांग्रेस-राकांपा दोनों गठबंधन के साथ काम कर चुका हूं। लेकिन, गठबंधन की राजनीति को लेकर मेरा अनुभव अच्छा नहीं रहा है। शेट्टी ने कहा कि हम साल भर पहले ही राकांपा, शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) व कांग्रेस की महाविकास आघाड़ी (एमवीए) से अलग हो चुके हैं। इसलिए दोबारा उनके साथ गठबंधन का सवाल ही नहीं उठता है। संगठन के एक पदाधिकारी ने बताया कि शेट्टी की हातकणंगले सीट और रविकांत तुपकर की बुलढाणा सीट पर उम्मीदवारी तय है। वहीं माढ़ा सीट राष्ट्रीय समाज पक्ष के अध्यक्ष तथा पूर्व मंत्री महादेव जानकर के लिए छोड़ने का विचार है। लेकिन जानकर के बारे में अभी कोई फैसला नहीं हुआ है।
शेट्टी दो बार रह चुके हैं सांसद
शेट्टी साल 2009 के लोकसभा चुनाव में निर्दलीय निर्वाचित हुए थे। 2014 के लोकसभा चुनाव में भी शेट्टी जीते थे। तब वे भाजपा-शिवसेना (अविभाजित) के साथ थे। 2014 के विधानसभा चुनाव के बाद राज्य में बनी भाजपा-शिवसेना की सरकार में उनकी पार्टी शामिल थी। कुछ महीने बाद शेट्टी का उनके सहयोगी तथा तत्कालीन कृषि राज्य मंत्री सदाभाऊ खोत से मनमुटाव हो गया था। इसके बाद शेट्टी ने भाजपा से गठबंधन तोड़ लिया था।
2019 में शिवसेना ने हराया
2019 के लोकसभा चुनाव में शेट्टी ने कांग्रेस-राकांपा के साथ गठबंधन किया था। उनकी पार्टी हातकणंगले और सांगली सीट पर चुनाव लड़ी थी। शेट्टी को हातकणंगले सीट पर शिवसेना के उम्मीदवार रहे धैर्यशील माने ने हराया था। 2019 में विधानसभा चुनाव के बाद शेट्टी ने राज्य में बनी महाविकास आघाड़ी सरकार को समर्थन दिया था। किसानों के मुद्दे पर शेट्टी पिछले साल अप्रैल में एमवीए से बाहर हो गए।