भगवान भरोसे रेल, न अपनी संपत्ति की फिक्र,न यात्रियों की सुध
भगवान भरोसे रेल, न अपनी संपत्ति की फिक्र,न यात्रियों की सुध
डिजिटल डेस्क, नागपुर। भारतीय रेल एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचने का सबसे सुगम माध्यम माना जाता है। विभाग इसका दावा भी करता है, लेकिन हकीकत इसके उलट है। रेलवे दुश्वारियों का अड्डा बनता जा रहा है। जमीनी हकीकत को टटोलने के लिए भास्कर संवाददाता ने लिया स्टेशन का जायजा। चौंकाने वाली बातें सामने नजर आईं। सबसे पहले बात करते हैं यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को लेकर। हमने देखा यात्रियों की सुरक्षा से किस कदर खिलवाड़ हो रही है। पुलिस बूथ लगाए गए हैं, लेकिन खाली पड़ा हुआ है। अनेक स्थानों पर रेलवे की संपत्ति लावारिस पड़ी है। जहां निर्माण कार्य हो रहा है, वहां यात्रियों की सुरक्षा के लिए कोई बोर्ड नहीं, कोई संकेतक नहीं। ऐसी ही कई समस्याएं हैं, जिस पर रेलवे का ध्यान नहीं।
पुलिस बूथ खाली
नागपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर-2 पर यात्रियों की सुरक्षा और समाधान के लिए पुलिस बूथ बनाया गया है, लेकिन इस बूथ पर कोई भी नहीं रहता। यात्री कई बार असमंजस में दुकानदारों और अन्य लोगों से पूछताछ करते रहते हैं। साथ ही यदि किसी को कोई शिकायत करनी हो तो यात्रियों के पास कोई विकल्प नहीं है।
यहां खतरा है, पर कोई बोर्ड नहीं
प्लेटफार्म नंबर 6 और 7 पर एस्केलेटर बनाई जा रही है। इसके निर्माण के लिए लगने वाला सामान भी प्लेटफार्म पर पड़ा हुआ है। यहां पर किसी तरह का सूचना या सावधानी बरतने संबंधी कोई बोर्ड नहीं लगाया गया है। साथ ही लोहे की बड़ी-बड़ी पट्टियां भी प्लेटफार्म पर पड़ी हुई हैं, जिससे यात्री चोटिल भी हो सकते हैं।
रेलवे की संपत्ति लावारिस
रेलवे अपनी संपत्ति की भी देखभाल नहीं कर पा रहा है। प्लेटफार्म पर बने कई सेक्शन खाली पड़े है, जिनका कोई उपयोग नहीं होता। यह तो रेलवे के लिए आम बात हो गई है, लेकिन ट्रेनों में एसी कोच में यात्रियों को दी जाने वाली बेडशीट भी लावारिस पड़ी हुई है। इन सुविधाओं का मूल्य रेलवे द्वारा टिकट में ही जोड़ा जाता है, लेकिन इन्हीं की रख-रखाव नहीं होगा तो क्या।
ट्रेन पर बांध दिए बड़े-बड़े पाइप
ट्रेन में अतिरिक्त सामान या बड़े सामान को ले जाने के लिए सामान का भी टिकट या उसे बुक करवाना होता है, लेकिन जनरल बोगी में सफर करने वाले यात्री भी इस विषय में होशियार हैं। इसी का एक दृश्य शनिवार को हावड़ा से आने वाली गाड़ी के जनरल बोगी में नजर आया। इसमें यात्री ने अपने दो बड़े-बड़े पाइप को ट्रेन में ले जाने के बजाय ट्रेन की खिड़की पर बांध दिया। यदि चलती ट्रेन में यह पाइप किसी दूसरे ट्रैक पर गिरते हैं तो बड़ी दुर्घटना हो सकती है।
ट्रैक पर विचरण करते श्वान
स्टेशन या प्लेटफार्म पर विचरण करते श्वानों से रेलवे को कोई समस्या नहीं। यह प्लेटफार्म पर यात्रियों के सामान के पास और उनकी खाद्य सामग्री के आस-पास घूमते रहते हैं। साथ ही प्लेटफार्म पर पड़े कचरे में से खाद्य सामग्री खा कर कचरा फैलाते हैं। यहां तक कि यह रेलवे ट्रैक पर घूमते नजर आते हैं।
प्लेटफार्म पर सफाई का पानी
नागपुर स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 2 पर दोपहर में आने वाली ट्रेन नंबर 12194 जबलपुर यशवंतपुर सुपरफास्ट एक्सप्रेस में नागपुर स्टेशन पर सफाई की गई, जिसका पानी भी प्लेटफार्म पर छोड़ा गया। ट्रेन आते ही यात्री जल्दबाजी में अपनी बोगी की ओर भागते हैं। पानी होने के कारण कई लोग फिसलते नजर आए।