स्लॉट बुकिंग में दिक्कतें, कई किसान मंडी में बेच रहे उपज।
12 दिन में 111 में से 65 केंद्र ही शुरु हो पाए स्लॉट बुकिंग में दिक्कतें, कई किसान मंडी में बेच रहे उपज।
डिजिटल डेस्क, सिवनी। जिले में समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी की शुरुआत के 12 दिन बीतने के बाद भी अब तक 65 केंद्र ही शुरु हो पाए हैं। जबकि केंद्र 111 बनाए गए हैं। किसानों की माने तो स्लॉट बुकिंग में दिक्कतें हो रही है। जबकि केंद्रों में व्यवस्थाएं और अन्य तकनीकि समस्या के चलते कई किसान तो मंडी में या फिर व्यापारियों को गेहूं बेचने लगे हैं। इसके पीछे जल्द भुगतान की बात कही जा रही है। स्थिति यह है कि अब तक 23990 एमटी की गेहूं खरीदी हो पाई है। ज्ञात हो कि जिले में 71476 किसानों ने गेहूं बेचने के लिए पंजीयन कराया है।
इस बार चुनौती भरा काम-
प्रशासन के लिए वर्तमान में गेंहू खरीद चुनौती बना हुआ है। अभी 46 केंद्र शुरू नहीं हुए। समर्थन मूल्य से ज्यादा भाव मंडी में मिलने की संभावना किसानों को लग रही है। वहीं उपज बिकने के साथ ही किसानों को मंडी में नकद भाव मिल रहा है। इसके कारण ज्यादातर किसान इसी कारण से पहुंच रहे हैं। जिन किसानों को पैसों की ज्यादा आवश्यकता है, वह मंडी में पहुंचकर व्यापारियों को अनाज बेच रहे हैं। जबकि शासकीय खरीदी में भुगतान की स्थिति काफी खराब रहती है। किसानों को यह भी डर सता रहा है कि शासकीय खरीदी के दौरान किसानों पर अगर कोई कर्ज है, तो खाते में जाते ही भुगतान में से शासकीय कर्ज कट जाएगा।
5.5 लाख एमटी खरीदी का लक्ष्य-
इस बार पौने दो लाख हेक्टेयर में गेहूं की फसल बोई गई है। खरीदी का संभावित लक्ष्य 5.50 लाख एमटी रखा गया है। हालांकि पिछले साल जो लक्ष्य रखा गया था, वह पार कर गया था। लेकिन इस बार जो स्थितियां बन रही हैं, उससे अंदाजा लगाया जा रहा है, कि खरीदी लक्ष्य पूरा नहीं हो पाएगा। अधिकांश गेहूं दूसरे स्थान पर जा रहा है। किसानों का कहना है, कि वे चाहते हैं कि उन्हें सुविधा मिले और भुगतान जल्द हो। हर साल परेशान होते आए हैं।
नितिनराज भालेकर, डीएमओ, (विपणन संघ) का कहना हैं कि खरीदी केंद्र एक्टिव होते जा रहे हैं। किसानों के लिए केंद्रों में सुविधाएं हैं। जो समस्याएं आ रही हैं, उनका निराकरण भी किया जा रहा है।