प्रकाश का आरोप- शरद पवार ने एकबोटे को बचाया, मलिक का पलटवार

प्रकाश का आरोप- शरद पवार ने एकबोटे को बचाया, मलिक का पलटवार

Bhaskar Hindi
Update: 2018-02-05 09:50 GMT
प्रकाश का आरोप- शरद पवार ने एकबोटे को बचाया, मलिक का पलटवार

डिजिटल डेस्क, मुंबई। भारिप बहुजन महासंघ के नेता प्रकाश आंबेडकर ने राष्ट्रवादी कांग्रेस के अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार पर हिन्दू एकता मंच के संस्थापक मिलिंद एकबोटे को बचाने का गंभीर आरोप लगाया है। एकबोटे पुणे के भीमा कोरेगांव हिंसा मामले के आरोपी हैं। प्रकाश ने कहा कि प्रदेश में आघाड़ी सरकार के समय मैंने सिमी और एकबोटे के संगठन पर पाबंदी लगाने की मांग की थी। साल 2001 में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के पास ही गृहमंत्री पद था, लेकिन पवार के कहने पर एकबोटे के संगठन के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो सकी थी। 

आंबेडकर ने कहा- पवार जातिवादी

रविवार को दादर के पार्टी कार्यालय में आंबेडकर ने कहा कि पवार जातिवादी हैं। इसलिए मैं उनके अगुवाई वाली 26 जनवरी की संविधान बचाओ रैली में शामिल नहीं हुआ। आंबेडकर  ने कहा कि बुढ़ापे में पवार शांत रहे, नहीं तो मैं मुंह खोलूंगा तो उनको भारी पड़ जाएगा। 

राकांपा से गठबंधन नहीं  

आंबेडकर ने कहा कि पवार, मुंह में राम बगल में छुरी है। उनके पास जब कार्रवाई का अधिकार होता है तब वे कुछ नहीं करते हैं। बाद में केवल बोलते रहते हैं। उन्होंने  स्पष्ट किया कि भारिप बहुजन महासंघ आगामी चुनावों के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करेगी। हम राष्ट्रवादी कांग्रेस के बजाय वामदलों के साथ जाना पसंद करेंगे। आंबेडकर के आरोपों पर राकांपा के प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि पवार पर मिलिंद एकबोटे को बचाने का आरोप निराधार है। तथ्यहीन आरोप लगाए गए हैं।

मलिक का पलटवार

आंबेडकर के आरोपों पर एनसीपी प्रवक्त नवाब मलिक ने कहा कि पवार कभी भी दूसरे मंत्रियों के काम में हस्तक्षेप नहीं करते हैं। साल 1999 से 2004 तक प्रकाश आंबेडकर आघाड़ी सरकार में शामिल थे। तब उन्होंने यह सवाल क्यों नहीं उठाए? मलिक ने कहा कि यदि पवार हस्तक्षेप करते तो तत्कालीन गृहमंत्री छगन भुजबल के समय में शिवसेना प्रमुख दिवंगत बालासाहब ठाकरे की गिरफ्तारी नहीं हुई होती। गठबंधन पर मलिक ने कहा कि यह प्रकाश आंबेडकर  का अधिकार है कि राजनीति में किस दल के साथ गठबंधन करें, लेकिन भाजपा, शिवसेना और प्रगतिशील विचार वाले दलों में से उनका पहला शत्रु कौन हैं? यह उन्हें तय करना पड़ेगा। 

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