सीमेंट रोड पर गड्ढे किस वजह से? शहर के गड्ढों को लेकर कोर्ट सख्त
सीमेंट रोड पर गड्ढे किस वजह से? शहर के गड्ढों को लेकर कोर्ट सख्त
डिजिटल डेस्क, नागपुर। शहर की नई सीमेंट सड़कों पर गड्ढों की समस्या पर केंद्रित सू-मोटो याचिका पर बॉम्बे हाईकोर्ट की नागपुर खंडपीठ में सुनवाई हुई। इसमें हाईकोर्ट ने शहर की नई सीमेंट सड़कों में पड़ने वाले गड्ढों पर गंभीर रुख अपनाया। कोर्ट ने शहर को गड्ढों को लेकर इस समय सख्ती बरती है? कोर्ट में शहर के श्रद्धानंदपेठ की एक सीमेंट सड़क के गड्ढों का भी जिक्र हुआ। हाईकोर्ट ने नागपुर महानगरपालिका और नागपुर यातायात पुलिस उपायुक्त से शहर की कितनी सीमेंट सड़कों पर गड्ढे हैं, यह गड्ढे किस वजह से पड़े हैं, मनपा और पुलिस ने इन पर क्या संज्ञान लिया है? मनपा और पुलिस को 25 नवंबर को इस पर जवाब देना है।
57 शिकायतों का नहीं हुआ निपटारा
उल्लेखनीय है कि शहर की गड्ढों से भरी सड़कों की समस्या पर कोर्ट ने खुद याचिका दायर कर रखी है, जिसमें काम होने के बाद सड़क पर गड्ढे खुले छोड़ देने, सड़क को पूर्ववत न करके यातायात बाधित करने वाले ठेकेदारों और संबंधित अधिकारियों पर आपराधिक मामले दर्ज करने पर बहस हो रही है। पिछली सुनवाई में पुलिस के शपथपत्र मंे बताया गया था कि नागपुर पुलिस द्वारा मंगाई गई ऑनलाइन शिकायतों पर 16 से 28 अक्टूबर के बीच गड्ढों की कुल 282 शिकायतें मिलीं। जिन्हें मनपा को उसी दिन भेज दिया गया। मनपा ने भी 10 दिन के भीतर इन शिकायतों का समाधान कर दिया। इधर नागपुर महानगरपालिका ने हाईकोर्ट मंे दायर अपने शपथपत्र में बताया था कि उन्हें ऑनलाइन के माध्यम से अब तक 342 शिकायतें मिलीं, जिसमें से उन्होंने 145 शिकायतें हल कर दीं। 81 शिकायतें एनएचएआई, पीडब्लूडी, एनआईटी व अन्य को भेजी गई है, लेकिन खास बात यह है कि नागरिकों ने मनपा से कुल 21 नई सड़कें बनाने की मांग की है, जिसे उन्होंने स्टैंडिंग कमेटी को भेज दी है। 57 शिकायतों पर विविध कारणों से समाधान नहीं किया जा सका है।