83 कॉलेजों को पीजी एडमिशन की अनुमति, एग्जाम में देरी से रिजल्ट भी देरी से आ रहे

83 कॉलेजों को पीजी एडमिशन की अनुमति, एग्जाम में देरी से रिजल्ट भी देरी से आ रहे

Bhaskar Hindi
Update: 2019-06-12 07:23 GMT
83 कॉलेजों को पीजी एडमिशन की अनुमति, एग्जाम में देरी से रिजल्ट भी देरी से आ रहे

डिजिटल डेस्क, नागपुर। राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय के विविध विभागों और संबद्ध कॉलेजों में पोस्ट ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों की प्रवेश प्रक्रिया जून के अंत में शुरू होने की उम्मीद है। दरअसल, कई अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों की परीक्षा देर तक चलने के कारण यूनिवर्सिटी को परिणाम जारी करने में देर हो रही है। इनके नतीजे आने के बाद ही यूनिवर्सिटी पीजी प्रवेश प्रक्रिया शुरू करेगा। पिछले वर्ष 15 जून को यूनिवर्सिटी ने पीजी प्रवेश प्रक्रिया की घोषणा कर दी थी। वहीं इस साल यूनिवर्सिटी पीजी प्रवेश की पूर्व तैयारी ही करता नजर आ रहा है।

पाेस्ट ग्रेजुएट में एडमिशन केंद्रीय प्रवेश पद्धति से
उल्लेखनीय है कि हाल ही में यूनिवर्सिटी ने नोटिफिकेशन जारी कर 83 कॉलेजों को पीजी प्रवेश के लिए पात्र करार दिया है। पिछले वर्ष की ही तरह इस वर्ष भी विश्वविद्यालय पाेस्ट ग्रेजुएट में प्रवेश केंद्रीय प्रवेश पद्धति से करेगा। इसके पूर्व कयास लगाए जा रहे थे कि राज्य सरकार स्वयं अपने स्तर पर ये प्रवेश प्रक्रिया आयोजित करेगी, लेकिन अब तक यूनिवर्सिटी को इस दिशा में राज्य सरकार की ओर से कोई निर्देश नहीं मिले हैं। लिहाजा, यूनिवर्सिटी अपनी ओर से ही प्रवेश प्रक्रिया आयोजित करने जा रहा है। इसी के चलते विवि ने कॉलेजों को स्पॉट एडमिशन देने से रोका है। उन्हें जानकारी दी गई है कि यदि इन 83 कॉलेजों की सूची में से उनका नाम छूट गया है, तो तुरंत यूनिवर्सिटी के कॉलेज सेक्शन को सूचित करें। 

कहां, कितनी सीटें
गौरतलब है कि यूनिवर्सिटी अपने विभाग और संबद्ध महाविद्यालयों के पीजी एडमिशन में सेंट्रलाइज प्रवेश पद्धति लागू की है। पिछले दो वर्षों की स्थिति पर नजर डालें तो साइंस शाखा में हाउसफुल की स्थिति रही है, वहीं आर्ट्स शाखा में अब तक के सबसे कम आवेदन देखने को मिले हैं। नागपुर यूनिवर्सिटी में एमए की 12 हजार 500 सीटेंं, एमएससी की 2 हजार सीटें, एमसीएम की 1 हजार 200 सीटें और एमएसडब्ल्यू की 100 सीटें हैं।

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