अंग प्रत्यारोपण से दो को मिला नया जीवन, सुभाष लुटे के परिजनों ने समाज के सामने रखा आदर्श

नागपुर अंग प्रत्यारोपण से दो को मिला नया जीवन, सुभाष लुटे के परिजनों ने समाज के सामने रखा आदर्श

Bhaskar Hindi
Update: 2023-03-09 13:33 GMT
अंग प्रत्यारोपण से दो को मिला नया जीवन, सुभाष लुटे के परिजनों ने समाज के सामने रखा आदर्श

डिजिटल डेस्क, नागपुर. महिला दिवस पर 61 वर्षीय सुभाष लुटे के देहदान से दो लोगों को नया जीवन मिला। अंग-दान कर लुटे की पत्नी और दो बच्चों ने समाज के सामने आदर्श निर्माण कर किया। नागपुर में यह 100वां अवयवदान है। विजयालक्ष्मी पंडितनगर निवासी व व्यावसायी सुभाष लुटे को 4 मार्च को उल्टियां शुरू हुई थी। उपचार के लिए उन्हें सेवन स्टार हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था। एमआरआई निकाला तो उन्हें ब्रेम हैमरेज होने का खुलासा हुआ। तीन दिन तक उपचार किया गया। 7 मार्च को उन्हें डॉ. प्रशांत राहाटे, डॉ. उत्कर्षा घवघवे, डॉ. रमेश हासमी, डॉ. मोहन नेरकर ने ब्रेन डेड घोषित किया। इसके बाद पत्नी माया लुटे और पुत्र शुभम, रोशन ने अवयवदान के प्रति सकारात्मकता दिखाई, जिसके बाद विभागीय अवयवदान समिति द्वारा लिवर सहित किडनी व अन्य अवयवदान की प्रतीक्षा सूची जांच गई। सेवन स्टार हॉस्पिटल में किडनी की प्रतीक्षा में एक महिला और आचार्य विनोबा भावे रूरल हॉस्पिटल में एक व्यक्ति किडनी की प्रतीक्षा में होने की जानकारी मिली। दो व्यक्तियों को किडनी प्रत्यारोपण किया गया। किडनी प्रत्यारोपण डॉ. बोकरे, डॉ. राहुल साहू, डॉ. क्रिपलानी, डॉ. इंद्रजीत अग्रवाल, डॉ. जितेश जसवानी ने किया। दूसरी किडनी आचार्य विनोबा भावे रूरल हॉस्पिटल में 52 वर्षीय व्यक्ति को दी गई। किडनी प्रत्यारोपण विशेषज्ञ डॉ. संजय कोलते, डॉ. शिवचरण बालगे, डॉ. मनीष बलवानी, डॉ. अमित पसारी, डॉ. विवेक चाकोले ने शल्यक्रिया की।
 

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