मेयो हास्पिटल में फंगस के कारण बंद पड़ा ऑपरेशन थियेटर, अब पहली मंजिल पर खुलेगा
मेयो हास्पिटल में फंगस के कारण बंद पड़ा ऑपरेशन थियेटर, अब पहली मंजिल पर खुलेगा
डिजिटल डेस्क, नागपुर। इंदिरा गांधी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (मेयो) के सर्जिकल कॉम्प्लेक्स में एयर हैंडलिंग यूनिट (एएचयू) से ऑपरेशन थियेटर (ओटी) में पानी के रिसाव से फंगस फैल गया, जिससे तीन माह से ओटी बंद है। लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के इलेक्ट्रिक विभाग ने पिछले दिनों अस्पताल का दौरा किया था। इसके बाद वहां डक्टिंग के लीकेज को बंद करने के साथ ही इंसुलेशन का काम चल रहा है। इलेक्ट्रिक विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पहली मंजिल पर देखने में आया है कि नमी में कमी आई है जल्द ही यह खत्म होने की संभावना है। हालांकि इसमें 1 माह तक लग सकता है। अस्पताल प्रशासन को ओटी मिलने के बाद उसे स्टेरलाइजेशन करने के साथ ही अन्य जांच की जाएगी, जिसमें 7 दिन लगने की उम्मीद है।
यह है मामला
मेयो की सर्जिकल बिल्डिंग में 4 ऑपरेशन थियेटर कॉम्प्लेक्स है और प्रत्येक में 3-3 ऑपरेशन थियेटर हैं। करीब 3 माह पहले एयर हैंडलिंग यूनिट (एएचयू) से नमी और पानी का रिसाव होने लगा। इस वजह से 3 ऑपरेशन थियेटर के कॉम्प्लेक्स में फंगस पैदा हो गया। समय-समय पर ऑपरेशन थियेटर की जांच करने वाली हॉस्पिटल इंफेक्शन कंट्रोल कमेटी (एचआईसीसी) के ध्यान में जब यह बात आई तो उन्होंने ऑपरेशन थियेटर को असुरक्षित बताते हुए ऑपरेशन करने की अनुमति देने से इनकार कर िदया। ऑपरेशन थियेटर में फंगस होना मरीज के ऑपरेशन के लिए घातक होता है। आंखों के ऑपरेशन में फंगस रोशनी जाने तक का कारण बन सकता है, यही वजह है कि मेयो प्रबंधन ने आंखों के ऑपरेशन डागा स्मृति शासकीय स्त्री अस्पताल में करना शुरू कर दिया था।
9 ओटी बंद, हर दिन टल रहे करीब 15 ऑपरेशन
मेयो के सर्जिकल कॉम्प्लेक्स में 4 ओटी कॉम्प्लेक्स हैं। प्रत्येक कॉम्प्लेक्स में 3-3 ऑपरेशन थियेटर हैं, जिससे प्रत्येक कॉम्प्लेक्स में एक साथ 3 ऑपरेशन होते हैं। इसमें नाक, कान और गला व हड्डी राेग विभाग और नेत्ररोग विभाग के 9 ऑपरेशन थियेटर को बंद कर दिया गया है। जबकि सर्जरी के 3 आपरेशन थियेटर शुरू हैं। मेयो में ऑरपेशन थियेटर की कमी के चलते प्रतिदिन नियमित रूप से होने वाली सर्जरी में कमी आई है, जबकि छोटे-छोटे ऑपरेशन के मरीजों को भर्ती ही नहीं किया जा रहा है।
एसी शुरू रखना जरूरी
अधीक्षक अभियंता पाटील का कहना है कि देखने में आया है कि एसी शुरू रखने से ऐसा नहीं होता है। अंदर पॉजिटिव प्रेशर होने से बाहर की नमी नहीं आती है। हम अस्पताल प्रबंधन को हमेशा या फिर दिन में कुछ-कुछ समय के लिए एसी शुरू रखने की सलाह दे रहे हैं। हालांकि अस्पताल प्रबंधन के सामने अड़चन है कि उससे बिजली का बिल अधिक आएगा। इसको लेकर हमारी आपस में चर्चा चल रही है।
सुधार हो रहा
डक्टिंग के लीकेज को बंद करने के साथ ही इंसुलेशन का काम किया जा रहा है, पहली मंजिल की ओटी में सुधार देखने को मिला है। जल्द से जल्द काम पूरा कर ओटी सौंपने की दिशा में काम किया जा रहा है। - हेमंत पाटील, अधीक्षक अभियंता, पीडब्ल्यूडी (इलेक्ट्रिकल विभाग)